पत्रकारों से बोले संजय राऊत का दावा, महाराष्ट्र में फिर से सत्ता परिवर्तन के संकेत

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मुंबई: शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में फिर से सत्ता परिवर्तन के संकेत मिलने लगे हैं। शिंदे समूह के 16 से अधिक बागी विधायक शिवसेना के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का डर दिखाकर बागी विधायकों को पाला बदलने के लिए मंजूर किया गया लेकिन वे ईडी का सामना करने के लिए तैयार हैं। भले ही ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया वे घुटने नहीं टेकेंगे।

संजय राऊत ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के जन्मदिन पर शिवसैनिकों ने पक्ष के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई है। इनमें शिंदे समूह के 16 से अधिक विधायकों ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे में अपना विश्वास भी जताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे 5 बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं और अभीतक खुद के शिवसैनिक होने का दावा कर रहे हैं। एक महीने का समय बीत जाने पर भी सरकार का विस्तार तक नहीं कर सके हैं। जबकि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के बाद ढ़ाई साल में सिर्फ 4 बार दिल्ली का दौरा किया था।

संजय राऊत ने कहा कि बागी विधायकों का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और निर्णय शिवसेना के पक्ष में ही आने वाला है। इसलिए अगर राज्य में फिर से सत्ता परिवर्तन हुआ तो आश्चर्य नहीं होगा। संजय राऊत ने पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर की भूमिका का स्वागत करते हुए कहा कि वे शिंदे समूह के बागी विधायकों जैसे हिंदुत्व तथा उद्धव ठाकरे को बदनाम नहीं किया है। अर्जुन खोतकर ने साफ कहा कि वे ईडी की वजह से त्रस्त हैं। ईडी ने उनकी संपत्ति जब्त कर ली है, बार-बार तकलीफ दे रही है, इसी तरह के हालात बागी विधायकों के हैं।

संजय राऊत ने कहा कि उन्हें चुप करवाने के लिए ईडी तकलीफ दे रही है। वे ईडी का आदर करते हैं, इसका कारण ईडी का गठन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली तस्करी को रोकने, कालाबाजारी रोकने, गलत मार्ग से पैसा जमा करने , विदेशों में आर्थिक व्यवहार करने के लिए किया गया और उसे सशक्त बनाया गया। इन सभी अपराधों को रोकने के लिए उसे असीमित अधिकार दिए गए हैं। लेकिन ईडी अपनी कार्य की सीमा को भूलकर सिर्फ गैर भाजपा नेताओं को निशाना बनाने और गैर भाजपा दलों की सरकार गिराने तक सीमित रह गई है।

उनका कहना है कि वे ईडी की ज्यादती का सामना करने के लिए तैयार हैं, भले ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया। संजय राऊत ने कहा कि ईडी ने संसद शुरू रहते हुए भी उन्हें समन जारी कर उन्हें कार्यालय में हाजिर रहने का आदेश जारी किया था, उन्होंने वक्त की मांग की है, उसे वक्त नहीं देना है तो ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। लेकिन जिनके इशारे पर ईडी कार्रवाई कर रही है, वे उनके समक्ष नहीं झुकेंगे। संजय राऊत ने भाजपा पर फिक्सिंग कर महाविकास आघाड़ी गिराने का भी आरोप लगाया है।

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