Bihar Vidhan Sabha: बिहार विधानसभा का नया सत्र आज से शुरू, 1 से 5 दिसंबर तक चलने वाले सत्र में क्या-क्या होगा?

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पटना। बिहार में आज से 18वीं विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत हो रही है, जो पांच दिसंबर तक चलेगा। नवगठित विधानसभा के इस सत्र में कुल पांच बैठकें प्रस्तावित हैं। पहले दिन सभी 243 विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और तीसरे दिन विधान मंडल की संयुक्त बैठक में राज्यपाल के अभिभाषण के साथ दूसरे विधायी कार्य शुरू होंगे। इस सत्र में द्वितीय अनुपूरक अनुदान भी प्रस्तुत किया जाना है। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष की ओर से प्राय: हस्तक्षेप की स्थिति बनती है। विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से विपक्ष (महागठबंधन) इस बार बेहद ही कमजोर है। ऐसे में विधायी कार्यों के निपटारे में किसी तरह के अड़ंगा की आशंका नहीं है।

महागठबंधन वैसे भी रचनात्मक विपक्ष की भूमिका की प्रतिबद्धता जता चुका है, जबकि सरकार की ओर से सदन के सफल संचालन के लिए हर स्तर की व्यवस्था की गई है। यह सत्र औपचारिकताओं से आगे डिजिटलीकरण और नीतिगत घोषणाओं के कारण ऐतिहासिक महत्व का होगा। नवगठित मंत्रिमंडल की पहली बैठक में नौकरियों और उद्योग के जो प्रस्ताव पास हुए हैं, उनका उल्लेख राज्यपाल के अभिभाषण में होना स्वाभाविक है। 25 नई चीनी मिलों और ग्रीन टाउनशिप जैसे बड़े निर्णयों पर चर्चा हो सकती है।

महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को अपना नेता चुन लिया है। ऐसे में वे इस बार भी विपक्ष का नेतृत्व करेंगे, भले ही सदन में महागठबंधन की सीटें घटकर 35 रह गई हैं। उल्लेखनीय है कि विधान मंडल के संयुक्त बैठक को छोड़कर इस सत्र में विधान परिषद की दो बैठकें (4-5 दिसंबर) होंगी।

पेपरलेस और डिजिटल सत्र
विधानसभा का यह सत्र डिजिटल होगा और कागज का उपयोग न्यूनतम होगा। विधायकों की सीट के आगे टेबलेट लगाए गए हैं, जिनसे वे प्रश्न और पूरक प्रश्न पूछेंगे। नेवा योजना के अंतर्गत यह व्यवस्था हुई है। विधान परिषद पहले ही पेपरलेस हो चुकी है।

सदन का एजेंडा
1 दिसंबर

प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव विधायकों को शपथ दिलाएंगे। सदन के वरिष्ठतम सदस्यों में से एक नरेंद्र नारायण आलमनगर से निर्बाध आठवी बार विजयी रहे हैं। शपथ ग्रहण के बाद विधानसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन होगा।

2 दिसंबर

विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। यह पद भाजपा के खाते में जा रही है। एनडीए में इसके लिए सहमति बन चुकी है। निवर्तमान विधानसभा में भी अध्यक्ष (नंदकिशोर यादव) का पद भाजपा के हिस्से में ही था। नंदकिशोर इस बार चुनाव नहीं लड़े।

3 दिसंबर

पूर्वाह्न 11:30 बजे विधान मंडल के दोनों सदनों (विधानसभा और विधान परिषद) की संयुक्त बैठक में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां का अभिभाषण होगा। इसमें नई सरकार के एजेंडे, नीतियां और विकास योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की जाएगी।

4-5 दिसंबर

राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस होगा और उस पर धन्यवाद प्रस्ताव पास होगा। द्वितीय अनुपूरक अनुदान का प्रस्ताव पटल पर आएगा और इसी सत्र में उसे पारित करा लिया जाएगा।

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