जयपुर: राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सहकारी समिति के एक निरीक्षक को 2,75,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी निरीक्षक का करीब 20 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद की गई। जानकारी के मुताबिक, आरोपी निरीक्षक नारायण वर्मा ने एक हाउसिंग सोसाइटी से खरीदे गए दो भूखंडों पर लगे स्थगन आदेश को हटाने के बदले में शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने एसीबी से संपर्क किया, जिसके बाद ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन किया। सत्यापन के दौरान ही शिकायतकर्ता ने निरीक्षक को 74,000 रुपये दिए थे।
पकड़ने के लिए 10 से 20 KM तक पीछा किया
एसीबी की कार्यवाहक महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायत के सत्यापन के बाद गुरुवार को ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया। टीम ने निरीक्षक नारायण वर्मा की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी और उसे पकड़ने के लिए लगभग 10 से 20 किलोमीटर तक उसका पीछा किया। इस दौरान एसीबी को अभय कमांड सेंटर से भी सहायता मिली। आखिरकार, एसीबी की टीम ने निरीक्षक को पकड़ लिया और उसके स्कूटर व 2.75 लाख रुपये की रिश्वत राशि को जब्त कर लिया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

बहू से छेड़छाड़ के आरोप में पूर्व सैन्यकर्मी गिरफ्तार
एक अन्य खबर में, कोटा के एक कस्बे में एक सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी (55) को अपनी बहू के साथ बलात्कार के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता की आयु 22 वर्ष है, जिसका पति जयपुर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। सर्कल इंस्पेक्टर मनोज सिंह सिकरवाल ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसका ससुर अक्सर नहाते समय उसे चोरी छुपे देखता था और एक रात उसने उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की और जब उसने शोर मचाया, तो वह भाग गया।
महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक मामला दर्ज कर लिया है। घटना के बाद अपने माता-पिता के घर लौटी महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उसके परिवार ने पिछले हफ्ते उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को एक ज्ञापन सौंपकर उसके ससुर की गिरफ्तारी की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। महिला और उनके परिवार ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया।