गौतमबुद्धनगर में बाढ़ प्रभावित 20 गांव, 3465 लोग शरणालयों में सुरक्षित

जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देश पर जिला प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य तेज किए, कम्युनिटी किचन से तीनों वक्त का भोजन उपलब्ध

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गौतमबुद्धनगर: जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मेधा रूपम के निर्देशों के क्रम में जिला प्रशासन द्वारा जनपद में यमुना नदी में घटते जल स्तर के दृष्टिगत व्यापक स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य किए जा रहे हैं। जनपद में कुल 20 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिनमें तहसील सदर के 12 ग्राम, तहसील दादरी के 06 ग्राम और तहसील जेवर के 02 ग्राम शामिल हैं। इन क्षेत्रों की कुल जनसंख्या लगभग 3845 है, जिनमें से 3465 लोग विभिन्न बाढ़ शरणालयों में रह रहे हैं। सभी विस्थापितों के लिए कम्युनिटी किचन के माध्यम से नाश्ता, लंच पैकेट और रात के भोजन की व्यवस्था की गई है।
अब तक 107 व्यक्तियों और 106 पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रेस्क्यू किया गया है। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के लिए जनपद में बाढ़ कंट्रोल रूम 0120-2978231, 2978232, 2978233 तीन शिफ्टों में संचालित है। इन नंबरों की जानकारी मीडिया को भी उपलब्ध कराई गई है।
राहत कार्यों के तहत तहसील दादरी में 242 राहत किट और तहसील सदर में 470 राहत किट, कुल मिलाकर 712 राहत किट वितरित की जा चुकी हैं। इसके साथ ही जनपद में कुल 19 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं, जिनमें तहसील सदर में 06, दादरी में 08 और जेवर में 05 चौकियां शामिल हैं। इन चौकियों पर सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों की ड्यूटी तीनों शिफ्टों में लगाई गई है। जनपद में कुल 16 शरणालय संचालित हैं, जिनमें तहसील दादरी में 08, तहसील सदर में 06 और तहसील जेवर में 02 शरणालय शामिल हैं। इन शरणालयों में पेयजल, स्वच्छता, भोजन तथा पशुओं के लिए चारे की समुचित व्यवस्था एवं यमुना नदी में पानी का स्तर कम होने पर फागिंग की व्यवस्था राजस्व विभाग द्वारा कराई जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर और शरणालय बढ़ाए जाएंगे।
मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा 06 स्थानों पर 09 रेस्पॉन्स टीमों का गठन किया गया है, जो अलग-अलग शरणालयों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रही हैं। बाढ़ कंट्रोल रूम में भी शिफ्टवार ड्यूटी सुनिश्चित की गई है। पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक वेनम और आवश्यक दवाओं का प्रबंध किया गया है। पशुओं के लिए सेक्टर-135 ग्रीन बेल्ट, पुश्ता रोड पर एक पशु शिविर स्थापित किया गया है, जहां लगभग 1471 गौवंश को सुरक्षित पहुंचाया गया है और उनका उपचार कराया जा रहा है।
राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 01 टीम, एसडीआरएफ की 02 टीमें और पीएसी 44 बटालियन की 01 टीम कुल 04 बचाव दलों के साथ 16 नावों के जरिए बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात हैं। इन टीमों के सहयोग के लिए आपदा मित्र और होमगार्ड भी तैनात किए गए हैं।

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