टूरिस्ट वीजा के जरिए 4 पाकिस्तानी महिलाएं आईं थीं बुलंदशहर, सरकार के सख्त आदेशों के बाद भेजा गया वापस

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बुलंदशहर : पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से चार पाकिस्तानी महिला पर्यटकों को उनके देश वापस भेज दिया गया है। ये महिलाएं टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थीं। बुलंदशहर के एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने जानकारी दी कि इन महिलाओं को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया है। ध्यान देने वाली बात यह है कि हाल ही में भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द करने का ऐलान किया था। विदेश मंत्रालय की ओर से 24 अप्रैल को जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि 27 अप्रैल 2025 से सभी पाकिस्तानी वीजा रद्द माने जाएंगे। हालांकि, मेडिकल वीजा की वैधता केवल 29 अप्रैल तक रखी गई है।

इस फैसले के पीछे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले को मुख्य कारण बताया जा रहा है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस हमले ने देशभर में आक्रोश और शोक की लहर फैला दी थी, जिसके बाद सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र ये कड़ा कदम उठाया। बुलंदशहर के अलावा राजस्थान के जैसलमेर जिले में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों में भी भारी अफरातफरी का माहौल है। यहां करीब 6,000 पाकिस्तानी नागरिक लंबी अवधि के वीजा पर रह रहे हैं, जब्कि पूरे राजस्थान में यह संख्या 20,000 के करीब है। अब इन्हें भी विदेशी पंजीकरण कार्यालय (FRO) और अन्य संबंधित विभागों द्वारा नोटिस भेजकर भारत छोड़ने के लिए कहा जा रहा है।

सरकारी निर्देशों के अनुसार, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) वीजा पर आए सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे आम नागरिकों के बीच भी चिंता का माहौल बन गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए थे।

बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भी कार्रवाई तेज
सिर्फ पाकिस्तानी नागरिक ही नहीं, बल्कि बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भी अब सरकार का शिकंजा कसने लगा है। गुजरात के अहमदाबाद और सूरत से 550 से अधिक अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। गुजरात पुलिस के अनुसार, ये लोग फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में रह रहे थे। सत्यापन और पूछताछ के बाद इनके खिलाफ डिपोर्टेशन की कार्रवाई शुरू की जाएगी। यह पूरा अभियान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), क्राइम ब्रांच, एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU), प्रिवेंशन ऑफ क्राइम ब्रांच (PCB) और स्थानीय पुलिस बल के संयुक्त प्रयास से चलाया जा रहा है। भारत सरकार के इन सख्त कदमों से साफ संकेत मिलते हैं कि अब देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

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