अयोध्या : अयोध्या आने वाले राम भक्तों को एक और खुशखबरी मिलने वाली है. दरअसल जहां बीते 22 जनवरी साल 2024 से राम मंदिर के भूतल पर बालक राम विराजमान होकर राम भक्तों को अद्भुत दर्शन दे रहे हैं, तो वहीं अब राम मंदिर के प्रथम तल पर राजा राम विराजमान होंगे. राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में तीव्र गति के साथ चल रहा है. मंदिर का निर्माण लगभग 98 फीसदी पूरा हो चुका है. मई 2025 में राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना होगी, तो वहीं राम मंदिर के परकोटे में बनाए जा रहे सभी मंदिर के दर्शन भी राम भक्त कर सकेंगे।
राम दरबार की स्थापना को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट ने तैयारियां शुरू कर दी है. राजस्थान में जहां राम दरबार की प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है, तो वहीं राम मंदिर ट्रस्ट अब अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य से स्थापना और प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त पर भी मंथन कर रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक अक्षय तृतीया के दिन राम दरबार समेत परकोटे में बनाए जाने वाले सभी मंदिर की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा, तो वही गंगा दशहरा पर इसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इतना ही नहीं राम दरबार में दर्शन करने के लिए राम भक्तों का पास बनाया जाएगा. प्रतिदिन 800 राम भक्त दर्शन राम दरबार का कर सकेंगे. ऐसी रूपरेखा राम मंदिर ट्रस्ट तैयार कर रहा है।

राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मई में भगवान राम के मंदिर के प्रथम स्थल में राम दरबार की स्थापना की जाएगी. राम दरबार के दर्शन के लिए पास की व्यवस्था होगी, जो पूर्णता नि:शुल्क रहेगी. राम दरबार के दर्शन के लिए 1 घंटे में अधिकतम 50 लोगों को ही पास दिया जाएगा. पूरे दिन में लगभग 800 लोग रामलला के प्रथम तल पर बनाए गए राम दरबार का दर्शन कर सकेंगे।