पटना : पटना की सुबह एक नई उम्मीद लेकर आई जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘महिला संवाद रथ’ अभियान का शुभारंभ अपने आवास से किया। इस अवसर पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे। 600 संवाद रथों के जरिए यह अभियान राज्य की दो करोड़ से अधिक महिलाओं तक पहुंचेगा, जो बिहार की सामाजिक और आर्थिक तस्वीर को नया रंग देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सम्राट चौधरी ने इस अवसर पर बताया कि महिला संवाद सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार की महिलाओं को सुनने, समझने और उनके मुद्दों का समाधान करने की एक ऐतिहासिक पहल है। 70,000 से ज्यादा जगहों पर संवाद आयोजित होंगे, जहां महिलाएं खुलकर अपनी बात रख सकेंगी। “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिलकर महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। हम उनकी समस्याओं को सुनेंगे और लंबित कामों को जल्द पूरा करेंगे” – सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी ने राजद पर साधा निशाना
सम्राट चौधरी ने राजद पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता ने लालू यादव के 15 साल देखे हैं और अब वो समझ चुकी है कि किसने काम किया और किसने नहीं। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में NDA पूरी ताकत से मैदान में उतरेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी।

एक दिन पहले ही सम्राट चौधरी ने महागठबंधन पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि महागठबंधन 2019 लोकसभा, 2020 विधानसभा और 2024 लोकसभा, तीनों में बुरी तरह पराजित हुआ है और आगे भी हारता रहेगा। बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने भी इस अभियान की सराहना की और महागठबंधन को फ्लॉप शो करार दिया।
‘महिला संवाद’ अभियान ना सिर्फ महिला सशक्तिकरण की दिशा में अहम पहल है, बल्कि चुनावी मैदान में NDA की रणनीति का एक अहम हिस्सा भी बनता जा रहा है। बिहार की सियासी फिजा में इस पहल के जरिए एक नई हलचल पैदा हो गई है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या ये संवाद रथ बिहार की महिलाओं के मन तक पहुंच पाते हैं, और क्या यह अभियान आगामी चुनावों में सत्ताधारी गठबंधन को एक नई ऊर्जा देने में सफल होगा।