नई दिल्ली: अमेरिका के कोलोराडो के बोल्डर शहर से एक बम विस्फोट की घटना सामने आई है। अमेरिकी पुलिस के अनुसार, रविवार को बोल्डर में यहूदी समुदाय के लोगों पर आग के बम फेंके गए और हमलावरों ने ‘फ्री फलस्तीन’ के नारे भी लगाए। इस हमले में कई लोग घायल हुए हैं।
कोलोराडो में हुए इस हमले के सिलसिले में एक पुरुष संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने इस घटना को ‘लक्षित आतंकी हमला’ बताया है। एफबीआई के अनुसार, इस हमले में 67 से 88 वर्ष की आयु के छह लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कोलोराडो के अटॉर्नी जनरल फिल वीजर ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हमले में लक्षित समूह को देखते हुए यह एक ‘घृणित अपराध’ प्रतीत होता है। एफबीआई ने संदिग्ध की पहचान 45 वर्षीय मोहम्मद सबरी सोलिमा के रूप में की है।

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब गाजा में इजरायल के युद्ध को लेकर अमेरिका में तनाव बढ़ रहा है, जिसके कारण यहूदी विरोधी घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। इसके साथ ही, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में इजरायल के रूढ़िवादी समर्थकों द्वारा फलस्तीनी विरोध प्रदर्शनों को यहूदी विरोधी करार देने के प्रयास भी तेज हो गए हैं।
बोल्डर की घटना की प्रत्यक्षदर्शी, कोलोराडो विश्वविद्यालय की 19 वर्षीय छात्रा ब्रुक कॉफमैन ने इस घटना के बारे में जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने चार महिलाओं को पैरों में जलन के साथ जमीन पर लेटे या बैठे हुए देखा। उन्होंने यह भी बताया कि उनमें से एक महिला का शरीर बुरी तरह से जल गया था और किसी ने उसे एक झंडे में लपेट दिया था।
फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। न्यूयॉर्क सिटी पुलिस विभाग ने रविवार रात घोषणा की कि शवोत के लिए धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था और अधिकारियों की तैनाती बढ़ाई जा रही है।