नई दिल्ली। शिवसेना (UBT) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) के एक बयान पर ऐसा जवाब दिया है, जिसके बाद भुट्टो ही नहीं, दूसरे पाकिस्तानी नेता भी भारत पर इस तरह की टिप्पणी करने से पहले हजार बार सोचेंगे। प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने बिलावल भुट्टो के उस बयान का करारा जवाब दिया है जिसमें उन्होंने भारत को बुजदिल कहा था। प्रियंका चतुर्वेदी ने पाकिस्तानी सरकार को उसकी जगह दिखाते हुए यह भी कहा कि जहां भारत अलग-अलग देशों में साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट्स (FTA) कर रहा है, वहीं पाकिस्तान फ्री टेरेरिस्ट अरेंजमेंट यानी आतंकवाद की व्यवस्था कर रहा है।
बिलावल भुट्टो को मिला जवाब
बता दें कि प्रियंका दुनिया के अलग-अलग देशों में पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भारत द्वारा भेजे गए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। इस कड़ी में उनका दल मंगलवार को बेल्जियम में मौजूद था। यहां एक कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद ने बिलावल भुट्टो के ‘कौन रात के अंधेरे में हमले करता है’ वाले बयान पर कहा, “मैं समझाती हूं कि बुजदिल वो होते हैं जो निर्वाचित सरकारों के खिलाफ तख्तापलट करते हैं, राजनीतिक नेताओं को जेल में डालते हैं, फिर एक सेना के जनरल को सत्ता में लाने के लिए एक निर्वाचित प्रधानमंत्री की हत्या करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि सत्ता में आने वाले उसी सेना के जनरल ने पाकिस्तान में कट्टरपंथ की शुरूआत की है, जिसने संविधान के बचे-खुचे हिस्से को भी खत्म कर दिया और जिन्ना के सपने को चकनाचूर कर दिया।

बता दें कि बीते माह भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाक के कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था, जिसके बाद पाक ने भारत पर कायराना हमले शुरू कर दिए थे। भारत ने इसका करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह कर दिए। बिलावल भुट्टो को इन्हीं हमलों से मिर्ची लगी थी। उन्होंने पाक संसद में कहा था, “कौन रात के अंधेरे में हमला करते हैं? बुजदिल रात के अंधेरे में हमला करते हैं।” अब प्रियंका चतुर्वेदी ने उन्हें बुजदिल और कायर का मतलब अच्छे से समझा दिया है।
इस दौरान प्रियंका चतुर्वेदी ने पाकिस्तान द्वारा भेजे गए डेलिगेशन का भी मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा, “हमारे पीछे-पीछे एक और डेलिगेशन भी आ रहा होगा। आप सब जानते हैं वो कौन है। ये वहीं हैं जो हमारा पीछा नहीं छोड़ रहे। हमें छोड़ दिया था 1947 में, पर हमारा पीछा नहीं छोड़ रहे। हमारी नकल नहीं छोड़ रहे।”