UP News: फर्जी वाहन फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में अधिकारी निलंबित, विभागीय जांच के आदेश 

0 159

लखनऊ: उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग द्वारा वाहन “फिटनेस प्रमाणपत्र” जारी करने की प्रक्रिया में पारदर्शिता, तकनीकी जांच और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। प्राप्त शिकायतों और जांच रिपोर्टों के आधार पर, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, कानपुर नगर में तैनात श्री अजीत सिंह, मोटर वाहन निरीक्षक (RI), को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

निलंबन निम्नलिखित गंभीर तथ्यों के आधार पर किया गया है:

1. वाहन संख्या UP78EM1272 (ओमनी वैन) को 04.06.2025 को सुबह 10:45 बजे हमीरपुर में एआरटीओ द्वारा जब्त किया गया था, जबकि उसी दिन दोपहर में आरआई अजीत सिंह द्वारा कानपुर से उसका फिटनेस प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया, जो तकनीकी और प्रक्रियात्मक रूप से असंभव है।

2. VAHAN पोर्टल से यह भी स्पष्ट है कि फिटनेस शुल्क का आंशिक भुगतान 04 जून की दोपहर को ही किया गया था, जिससे यह सिद्ध होता है कि निरीक्षण पूर्व-तिथि में नहीं किया गया था।

3. इससे पहले भी औरैया जिले से आरआई अजीत सिंह के खिलाफ एक समान शिकायत मिली थी, जिसमें एक जब्त वाहन को उसी समय कानपुर में निरीक्षण के बाद फिटनेस प्रमाणपत्र दिया गया दिखाया गया था।

4. हाल ही में लखनऊ में हुए एक दुखद बस अग्निकांड, जिसमें पाँच लोगों की मृत्यु हुई, की जांच में पाया गया कि बस को “एनीवेयर फिटनेस” प्रणाली के तहत बिना उचित भौतिक निरीक्षण के फिटनेस प्रमाणपत्र जारी किया गया था। उस मामले में भी संबंधित अधिकारी को निलंबित किया गया था।

इन घटनाओं के आलोक में परिवहन विभाग द्वारा पूरे राज्य स्तर पर एक वेब मीटिंग आयोजित की गई थी, जिसमें सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए थे कि बिना वाहन की भौतिक उपस्थिति के कोई भी फिटनेस प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद, आरआई अजीत सिंह द्वारा पुनः यह उल्लंघन किया गया, जो विभागीय निर्देशों की अवहेलना एवं कर्तव्य के प्रति लापरवाही को दर्शाता है।

वर्तमान अनुशासनात्मक कार्रवाई के अतिरिक्त, श्री शिखर ओझा, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, वाराणसी, को इस मामले की विस्तृत विभागीय जांच के लिए जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।

साथ ही, श्री संजय सिंह, अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन), उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय समिति द्वारा पिछले एक वर्ष में “एनीवेयर फिटनेस” प्रणाली के अंतर्गत जारी सभी फिटनेस प्रमाणपत्रों की समीक्षा** की जा रही है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

परिवहन विभाग आम जनता को आश्वस्त करता है कि जन सुरक्षा से समझौता करने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा, और “एनीवेयर फिटनेस” प्रणाली के तहत तकनीकी दुरुपयोग रोकने हेतु ठोस सुधार शीघ्र लागू किए जा रहे हैं।

 

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.