जाग्रेब: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतिहास रचते हुए क्रोएशिया की राजधानी जाग्रेब पहुंचे, जहां किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली आधिकारिक यात्रा है। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच द्वारा स्वागत किए जाने पर आभार जताया। यह यात्रा भारत-क्रोएशिया संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ने वाली मानी जा रही है। पीएम मोदी इससे पहले साइप्रस और कनाडा के दौरे पर भी थे। यह यात्रा भारत के विदेश नीति एजेंडे में यूरोप की अहम भूमिका को भी रेखांकित करती है। ये पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधांनमंत्री पहली बार क्रोशिया की यात्रा पर है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन को मजबूत करने का अवसर है। भारत और क्रोएशिया के बीच लंबे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। व्यापार, नवाचार, रक्षा, विज्ञान और तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। वर्तमान में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 300 मिलियन डॉलर है और भारतीय निवेश 48 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है। क्रोएशिया में करीब 17,000 भारतीय नागरिक भी रह रहे हैं।

इतिहास में पहली बार बना कूटनीतिक सेतु
भारत और क्रोएशिया के संबंधों में यह यात्रा एक ऐतिहासिक मोड़ लाने वाली है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति जोरान मिलानोविच के साथ द्विपक्षीय बैठकें दोनों देशों के बीच सहयोग के नए आयाम खोल सकती हैं। भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी 2019 में यहां की राजकीय यात्रा कर चुके हैं और उन्हें क्रोएशिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाज़ा गया था। इससे पहले पीएम मोदी और पीएम प्लेंकोविच की 2021 में COP-26 और EU-India वर्चुअल बैठक के दौरान संक्षिप्त मुलाकात हुई थी।
क्रोएशिया में भारतीयों की बढ़ती उपस्थिति और सांस्कृतिक कड़ी
क्रोएशिया में साओ ब्राज चर्च से लेकर गोवा में डुब्रावनिक रियासत से संबंध तक, भारतीयों की सांस्कृतिक छाप रही है। आज क्रोएशिया में बड़ी संख्या में भारतीय कामगार भी कार्यरत हैं। जनसांख्यिकीय बदलाव के चलते वहां का भारतीय समुदाय गतिशील और प्रभावशाली भूमिका निभा रहा है। पीएम मोदी की यह यात्रा सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।