ग्वालियर एयरपोर्ट पर टला बड़ा हादसा, लैंडिंग के दौरान झुका एयर इंडिया का विमान, यात्रियों में मचा हड़कंप
ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट पर शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब बेंगलुरु से आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक फ्लाइट लैंडिंग के दौरान असंतुलित हो गई। विमान अपने पहले प्रयास में उतरने में असफल रहा, जिसके बाद 160 यात्रियों की सांसें अटक गईं। हालांकि, पायलट की सूझबूझ से दूसरे प्रयास में विमान की सुरक्षित लैंडिंग करा ली गई, जिसके बाद यात्रियों और एयरपोर्ट प्रशासन ने राहत की सांस ली।
यह घटना शनिवार दोपहर करीब 2 बजकर 15 मिनट की है। बेंगलुरु से ग्वालियर पहुंची एयर इंडिया एक्सप्रेस की बोइंग फ्लाइट जब लैंड कर रही थी, तो कथित तौर पर एक तरफ झुक गई और पहले प्रयास में रनवे पर नहीं उतर सकी। इस अप्रत्याशित घटना से विमान में सवार यात्रियों में दहशत फैल गई और चीख-पुकार मच गई।
पायलट ने तुरंत विमान को वापस हवा में उठाया (Go-around) और कुछ देर चक्कर लगाने के बाद दूसरे प्रयास में विमान को सफलतापूर्वक लैंड कराया। सुरक्षित लैंडिंग के बाद कई नाराज यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा किया और एयर इंडिया की सर्विस पर सवाल उठाते हुए एयरपोर्ट प्रशासन और एयरलाइन के अधिकारियों से घटना की लिखित शिकायत की।

मामले पर ग्वालियर एयरपोर्ट के निदेशक ए.के. गोस्वामी ने बताया, “यह बोइंग विमान बेंगलुरु से ग्वालियर आ रहा था। यह सही है कि विमान पहले प्रयास में नहीं उतर पाया, लेकिन दूसरे प्रयास में सफलतापूर्वक लैंड कर गया।” उन्होंने विमान में किसी भी तकनीकी खराबी की बात से इनकार किया और कहा कि बाद में इसी विमान ने ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए सुरक्षित उड़ान भरी। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं, जिसमें विमान को दोबारा चक्कर लगाना पड़ता है।
वहीं, एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “हमारे एक विमान ने एक चक्कर (Go-around) लगाया और उसके बाद ग्वालियर में सुरक्षित और सामान्य लैंडिंग की। चालक दल को आवश्यकता पड़ने पर एहतियात के तौर पर ऐसा करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।”
यह कोई पहला मौका नहीं है जब एयर इंडिया की फ्लाइट किसी हादसे का शिकार होने से बची हो। हाल ही में, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत कई सांसदों को तिरुवनंतपुरम से दिल्ली ले जा रही एक फ्लाइट को खराब मौसम के कारण चेन्नई डायवर्ट किया गया था। चेन्नई में लैंडिंग के दौरान पायलट ने रनवे पर एक अन्य विमान को खड़ा देखा और अंतिम क्षणों में विमान को वापस हवा में उठाकर एक बड़े हादसे को टाल दिया था।