लखनऊ: उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। जम्मू-कश्मीर में बारिश और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 36 हो गई है। इसमें वैष्णो देवी मार्ग पर मंगलवार को हुए भूस्खलन में मरने वाले 32 लोग शामिल हैं। वहीं, 20 से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है। इस हादसे में मरने वाले यूपी के 11 लोग भी शामिल हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी यात्रा के दौरान प्राकृतिक आपदा में मारे गए उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्थिक सहायता की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4-4 लाख की मदद देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अधिकारियों को मृतकों के शव उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश के 11 लोगों की मरने की सूची जारी की गई है। आगरा की भावना, सुनीता व सेजल, लखनऊ चांदनी, मुजफ्फरनगर के कार्तिक, अनंत व दीपेश कुमार, बरेली की नीरा और ममता देवी, राम विरि व अंजली की मौतें हुई हैं। घायलों के नाम संगीता, उमंग, कमलेश, वैष्णवी, पूर्वी और लखनऊ के गोरन व मयंक हैं।

मां वैष्णो देवी धाम में हुए भूस्खलन की घटना में मुजफ्फरनगर के एक ही परिवार के पांच सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जम्मू में अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, जिनमें से 22 साल के कार्तिक की मौत हो गई। जबकि घायल माता-पिता और दो बहनों का उपचार चल रहा है। इस घटना से अन्य परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना मिलने पर मंत्री कपिलदेव अग्रवाल मृतक घर पहुंचकर अन्य परिजनों को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। इसके अलावा बागपत के एक व्यापारी की पत्नी और साली की भी मौत हो गई। परिवार खेकड़ा क्षेत्र से माता वैष्णो देवी दर्शन के लिए गया था।
जम्मू और कटरा आने-जाने वाली 58 ट्रेनें रद्द
उत्तर रेलवे ने बुधवार को रिकॉर्ड बारिश से हुई तबाही को देखते हुए जम्मू और कटरा स्टेशनों से आने-जाने वाली 58 ट्रेनों को रद्द करने का आदेश दिया। साथ ही विभिन्न स्टेशनों पर 64 ट्रेनों को बीच में ही रोक दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह जम्मू से छह ट्रेनों के रवाना होने के साथ रेल यातायात कुछ समय के लिए बहाल हुआ था, लेकिन चक्की नदी क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ और भारी मिट्टी के कटाव के कारण फिर से रोक दिया गया है।