यूपी के कन्नौज में पुलिस की हद दर्जे की लापरवाही का उदाहरण कन्नौज में सामने आया है। गुरुवार देर रात को युवती को उसके भाई और जीजा ने पुल से काली नदी में फेंक दिया। उसके बयान का वीडियो वायरल हो रहा है पर पुलिस कह रही कि वह खुद नदी में कूदी है। अस्पताल में भर्ती युवती कह रही है, ‘लव मैरिज करने पर मुझे भइया और जीजा ने बाइक से लाकर नदी में फेंका है’। आपका अपना अखबार ‘हिन्दुस्तान’ वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
दरअसल, गुरुवार देर रात बाइक सवार दो युवकों को कोतवाली क्षेत्र के ग्राम इंदुइयागंज स्थित काली नदी पुल से एक युवती को नदी में फेंकते हुए कुछ लोगों ने देख लिया। इसके बाद दोनों बाइक सवार फरार हो गए। नदी किनारे मौजूद लोगों ने युवती को बाहर निकाला। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। युवती को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र गुरसहायगंज भेजा गया। यहां युवती ने बताया कि वह इटावा जिले के जसवंतनगर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। वह तेराजाकेट में रहने वाले जीजा के घर 18 अगस्त को आई थी। गुरुवार को उसका भाई भी आ गया। भाई व जीजा ने पहले उसे दवा खिलाई और इंजेक्शन लगाया। इसके बाद बेहोशी जैसी आ गई। बेहोशी की हालत में बाइक पर बैठाकर नदी में फेंक दिया।

घर वाले कहते थे-तुमने बदनामी करा दी :युवती ने बताया कि ‘मैंने 10-11 साल पहले गांव के ही युवक से मंदिर में लव मैरिज की थी। इससे घर वाले बहुत नाराज रहते थे। मुझे खेतों में रखा जाता था। तीन माह पहले ऑपरेशन से बच्चा हुआ था। इस पर घर वाले कहते थे कि तुमने बहुत बदनामी करा दी है। 18 अगस्त को तेराजाकेट में रहने वाली दीदी ने मुझे बुलाया था। तब से मैं यहीं थी। मुझ पर दबाव बनाया जाता था कि पति के खिलाफ गवाही दो, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया।
उसने बताया कि दो दिन पहले मेरा भाई भी दीदी के घर आ गया। इसके बाद रात को जीजा और भाई ने मुझे दवा खिलाकर बेहोश कर दिया और नदी में ले जाकर फेंक दिया। मैं तैरना नहीं जानती हूं, लेकिन सिर पानी से बाहर निकालकर लहरों के सहारे बहती रही। भगवान का नाम लेती जा रही थी और बचाने की आवाज लगा रही थी। काफी दूर जाकर मैं खुद किनारे पर जाकर लग गई। इसके बाद कुछ लोगों ने मुझे अस्पताल में भर्ती कराया’।