तोक्यो: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत की ओर से मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद नीरज चोपड़ा ने अपना कमाल दिखाते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया। मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन नीरज ने मेंस जैवलिन थ्रो में अपने खिताब के बचाव की शुरुआत दमदार अंदाज में करते हुए सिर्फ एक ही बार में फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया।
नीरज ने 84.85 मीटर का थ्रो किया और वे क्वालीफाई कर गए। अब नीरज चोपड़ा का जैवलिन थ्रो का फाइनल इवेंट 18 सितंबर को तोक्यो में होगा, जिसमें उनका सामना पाकिस्तान के अरशद नदीम, जर्मनी के जूलियन वेबर जैसे बड़े एथलीटों से सामना होने वाला है। नीरज चोपड़ा के पास पाकिस्तान के अरशद नदीम से पेरिस ओलंपिक का बदला लेने का अच्छा मौका होगा। अरशद ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 92.97 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था। वहीं नीरज को 89.45 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा था। हालांकि, अब उनके पास वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अरशद से बदला लेने का अच्छा मौका है।

जेवलिन थ्रो के मेंस इवेंट फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए एथलीट्स को 84.50 मीटर का थ्रो फेंकना था। नीरज चोपड़ा ने पहले ही थ्रो में इसको हासिल कर लिया। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता 27 वर्ष के नीरज क्वालीफिकेशन दौर में ग्रुप ए में थे। चोपड़ा सबसे पहले थ्रो फेंकने के लिये उतरे थे और फाइनल में जगह बनाने के साथ ही रवाना भी हो गए। स्वत: क्वालीफिकेशन का 84.50 मीटर का आंकड़ा छूने वाले या सर्वश्रेष्ठ 12 खिलाड़ी गुरुवार को होने वाले फाइनल में जगह बनाएंगे। जर्मनी के जूलियर वेबर ने भी 87 . 21 मीटर के थ्रो के साथ क्वालीफाई कर लिया। ग्रुप ए में शामिल 19 खिलाड़ियों में केशोर्न वालकॉट, याकूब वालेश और भारत के सचिन यादव भी हैं। ग्रुप बी में पाकिस्तान के ओलंपिक चैम्पियन अरशद नदीम, एंडरसन पीटर्स, जूलियस येगो, रोहित यादव ,यशवीर सिंह भी हैं।