जीएसटी कटौती के एक दिन बाद ऑनलाइन खर्च में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

UPI, क्रेडिट और डेबिट कार्ड के माध्यम से रिटेल लेन-देन में डिजिटल पेमेंट का हिस्सा अब 74% तक पहुंचा

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सरकार द्वारा जीएसटी दरों में हाल ही में की गई कटौती के एक दिन बाद ही डिजिटल और ई-कॉमर्स लेनदेन में अचानक जबरदस्त उछाल देखा गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 22 सितंबर को केवल क्रेडिट कार्ड के जरिए ऑनलाइन खरीदारी लगभग छह गुना बढ़कर 10,411 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जबकि 21 सितंबर को यह केवल 1,514 करोड़ रुपये थी। इस बदलाव से स्पष्ट हुआ कि ग्राहकों ने जीएसटी में राहत मिलते ही खरीदारी में तेजी दिखाई।

POS (पॉइंट-ऑफ-सेल) लेनदेन भी दोगुने से अधिक बढ़कर 2,533 करोड़ रुपये हो गए। डेबिट कार्ड से खरीदारी में भी तेजी आई; 21 सितंबर को 193 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, जो अगले दिन 814 करोड़ रुपये तक बढ़ गए। UPI के माध्यम से किए गए भुगतान भी 60,320 करोड़ रुपये से बढ़कर 82,477 करोड़ रुपये हो गए।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस उछाल के पीछे जीएसटी में राहत के साथ त्योहारी सीजन की खरीदारी की भागीदारी प्रमुख कारण है। रिटेलर्स और बैंक भी फेस्टिव ऑफर और डिस्काउंट पैकेज पेश कर रहे हैं, जिसमें FMCG से लेकर ऑटोमोबाइल तक के उत्पाद शामिल हैं।

NeoGrowth के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO अरुण नय्यर ने कहा कि डिजिटल पेमेंट अब केवल शहरी सुविधा नहीं रह गया है, बल्कि यह देशभर में एक राष्ट्रीय मानक बन चुका है। उन्होंने बताया कि डिजिटल ट्रांजैक्शन के बढ़ने से अर्थव्यवस्था का औपचारिकरण तेज हो रहा है और क्रेडिट तक अधिक लोगों की पहुंच सुनिश्चित हो रही है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ भुगतान की सुविधा का मामला नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए तैयार होने वाले इकोसिस्टम में विश्वास बढ़ाने का भी जरिया है।”

विशेषज्ञों का अनुमान है कि दीवाली तक खर्च की रफ्तार मजबूत बनी रहेगी, क्योंकि ग्राहक कम कीमत और छूट का लाभ उठाते रहेंगे। हालांकि, बैंकिंग विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह उछाल अस्थायी हो सकता है और त्योहारी उत्साह खत्म होने के बाद सामान्य स्थिति लौट सकती है।

इस तरह, जीएसटी में कटौती और त्योहारी ऑफर्स ने डिजिटल और ई-कॉमर्स लेनदेन को नए रिकॉर्ड पर पहुंचा दिया है, जिससे उपभोक्ता मांग और अर्थव्यवस्था दोनों को बल मिला है।

भारत में डिजिटल पेमेंट तेजी से बढ़ रहा है

देशभर में लोग अब हर तरह के रिटेल भुगतान के लिए डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल कर रहे हैं, चाहे वह UPI हो या क्रेडिट और डेबिट कार्ड। टॉप-29 शहरों में डिजिटल पेमेंट तेजी से बढ़ा है और रिटेल लेन-देन में इसका हिस्सा अब 74% हो गया है, जबकि दो साल पहले यह सिर्फ 45% था।

सरल शब्दों में कहें तो इन शहरों में हर 100 रुपये के रिटेल खर्च में से 74 रुपये डिजिटल माध्यम से किए जा रहे हैं। NeoGrowth NeoInsights की स्टडी के अनुसार, यह बढ़ोतरी उपभोक्ताओं के व्यवहार में बड़े बदलाव को दिखाती है, जहां लोग तेज़ और सुविधाजनक डिजिटल लेन-देन को प्राथमिकता दे रहे हैं।

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