रांची: विवाह के 37 वें दिन एक प्रेम विवाह का दर्दनाक अंत हो गया। पति से झगड़े के बाद पत्नी ने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पति द्वारा तलाक मांगे जाने के कारण कलश स्थापन के दिन विवाह रचाने वाली 26 वर्षीया सुलेखा कुमारी उर्फ गुड़िया ने अपना अंत कर लिया। कलश स्थापन अर्थात 22 सितंबर को सुलेखा ने अपनी मर्जी से बिहार के पटना जिले के मानिकपुर निवासी प्रह्लाद तिवारी के साथ विवाह किया था। छठ के पारण की रात अर्थात 28 अक्तूबर की रात इस रिश्ते का अंत हो गया। यह घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिहोडीह चौधरी मोहल्ला का है। मुफस्सिल पुलिस इस संबंध में यूडी कांड अंकित कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। यूडी कांड मृतका सुलेखा की मां कलावती देवी के फर्द बयान पर दर्ज किया गया है।
क्या है मामला?
कलावती देवी पति स्व. कन्हैया तिवारी का कहना है कि उनकी बेटी ने अपनी मर्जी से प्रह्लाद तिवारी से दुर्गापूजा कलश स्थापना के दिन शादी कर ली थी। उसके बाद प्रह्लाद तिवारी के घर पर उनकी बेटी लगभग 8-10 दिन रही। विजयादशमी के दिन उनकी बेटी सुलेखा को प्रह्लाद तिवारी उसके घर पर पहुंचाकर चला गया। उसके बाद से उनकी बेटी और दामाद का जब भी फोन पर बात होती थी तो दोनों में काफी झगड़ा होता था। 28 अक्तूबर की रात 10 बजे उनकी बेटी के मोबाइल पर प्रह्लाद तिवारी द्वारा कॉल किया गया और उनकी बेटी से झगड़ा करने लगा। उसके द्वारा समझाने पर उनकी बेटी ने उन्हें बताया कि प्रह्लाद तिवारी तलाक मांग रहा है तथा बात करना चाहता था। इस पर उन्होंने कहा कि सुबह प्रह्लाद तिवारी के पिता से इस संबंध में बात करेंगे। अभी सो जाओ।

रात एक बजे फोन आने पर कमरे में जाकर लगाई फांसी
कलावती का कहना है कि रात लगभग 12-01 बजे दामाद प्रह्लाद तिवारी द्वारा उनकी बेटी के मोबाइल पर फोन किया गया तो उनकी बेटी रुम से निकलकर दूसरे कमरे में चली गयी। लगभग 5-10 मिनट बाद हम देखे की उनकी बेटी नहीं आयी है तथा आवाज भी नहीं आ रही है। इसके बाद वह उसे ढूंढ़ने लगी। इसी बीच प्रह्लाद तिवारी ने उसे कॉल कर कहा कि सुलेखा फांसी लगा ली है। यह सुनकर वह और उसका छोटा बेटा सत्यम कुमार दूसरे कमरे में गये तो देखा कि सुलेखा ने फांसी लगा ली है। इसके बाद तत्काल उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारकर सदर अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया।