केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) दसवीं-बारहवीं के संबंधित विषय की परीक्षा के समाप्ति के 10 दिनों बाद ही उस विषय के मूल्यांकन कार्य की शुरुआत करेगा। मूल्यांकन कार्य 12 दिनों में ही समाप्त कर लिया जाएगा। इससे पहले 10 से अधिक दिनों के अंतराल पर मूल्यांकन की शुरुआत होती थी। इस बार बोर्ड ने परीक्षा का कार्यक्रम भी पिछले साल की तुलना में पहले जारी कर दिया है। पिछले साल 86 दिन पहले जारी हुआ था, इस बार 110 दिन पहले कार्यक्रम जारी किया गया है। इस बार बोर्ड ने मार्किंग के लिए भी नई पहल की है।
इस बार प्राप्त अंकों की प्रविष्टि भी डिजिटली की जाएगी। नई व्यवस्था के तहत अब 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले बच्चों की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच के बाद उनके अंकों को ऑन स्क्रीन दर्ज किया जाएगा। पुरानी व्यवस्था के अनुसार बच्चों की मार्किंग पेपर पर होती थी और उसे पेपर पर ही दर्ज किया जाता था। इससे विद्यार्थियों के अंकों का डिजिटल रिकॉर्ड बोर्ड के पास नहीं हो पाता था।यह व्यवस्था लागू होने से सारे अंक डिजिटली दर्ज होंगे, इससे मूल्यांकन में गलतियों की संभावनाएं कम होंगी। मूल्यांकन के बाद प्राप्त अंकों के जोड़ भी आसानी से होंगे।
ऑन स्क्रीन मार्किंग से ये फायदे होंगे
● मूल्यांकन में गलतियां कम होंगी
● पेपर वर्क कम होगा
● परिणाम तेजी से तैयार होंगे

● पारदर्शिता बढ़ेगी
● रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी
● डेटा सेक्योरिटी बढ़ेगी
● 12 दिनों में मूल्यांकन होगा, इस बार अंकों की प्रविष्टि भी डिजिटली होगी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 2026 में होने वाली कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की फाइनल डेटशीट जारी कर दी है। परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण घोषणा है। बोर्ड द्वारा पहले ही बताए गए एग्जाम शेड्यूल के अनुसार, दोनों कक्षाओं के एग्जाम 17 फरवरी 2026 से शुरू होंगे।