मुंबई: देश की राजधानी दिल्ली के बाद अब महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी हवा ‘खराब’ होती जा रही है। मुंबई में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी कि AQI लगातार बद से बदतर होता जा रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए बृहनमुंबई महानगरपालिका यानी कि BMC ने 53 कंस्ट्रक्शन साइट्स को काम रोकने के नोटिस जारी किए हैं। ये साइट्स हवा में प्रदूषण फैला रही थीं। BMC ने गुरुवार को साफ कहा कि वायु प्रदूषण रोकने के लिए बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन किया जाए। इन नियमों में AQI मॉनिटर करने वाले सेंसर्स लगाना शामिल है, जो हर वक्त चालू रहने चाहिए।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने की याचिकाओं पर सुनवाई
एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर (सिटी) अश्विनी जोशी ने चेतावनी दी कि अगर कोई AQI सेंसर बंद मिला, तो सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे वार्ड-लेवल की 95 फ्लाइंग स्क्वाड्स इसकी जांच करेंगी और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।’ इससे पहले गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा कि मुंबई की हवा में प्रदूषण के लिए इथियोपिया के ज्वालामुखी से निकली राख को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। कोर्ट ने बताया कि AQI यहां लंबे समय से खराब है। चीफ जस्टिस श्री चंद्रशेखर और जस्टिस गौतम अंखाड़ की बेंच 2023 से लंबित पॉल्यूशन से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी।
‘इस महीने मुंबई का AQI लगातार 300 से ऊपर’
याचिकाकर्ताओं की तरफ से सीनियर काउंसल डेरियस खंबाटा और जनक द्वारकादास ने कहा कि इस महीने मुंबई का AQI लगातार 300 से ऊपर रहा है, जो बहुत खराब है। एडिशनल गवर्नमेंट प्लीडर ज्योति चव्हाण ने दावा किया कि 2 दिन पहले इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने से राख की वजह से प्रदूषण बढ़ा है। लेकिन कोर्ट ने इस तर्क को मानने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा, ‘इस ज्वालामुखी के फटने से पहले भी अगर कोई बाहर निकलता था, तो 500 मीटर से आगे कुछ दिखाई नहीं देता था।’ कोर्ट ने दिल्ली की हालत का जिक्र किया, जहां AQI का स्तर बहुत खतरनाक है। बेंच ने पूछा, ‘दिल्ली में जो हो रहा है, उसका क्या असर है? क्या असरदार कदम उठाए जा सकते हैं?’
मिलिंद देवड़ा ने BMC कमिश्नर को लिखी चिट्ठी
इथियोपिया के अफार इलाके में स्थित हेली गुब्बी नाम का शील्ड ज्वालामुखी रविवार को फटा था। इससे करीब 14 किलोमीटर ऊंचा राख का बादल निकला, जो लाल सागर पार करके अरब प्रायद्वीप और भारतीय उपमहाद्वीप की तरफ फैल गया। शिवसेना के सांसद मिलिंद देवड़ा ने BMC कमिश्नर भूषण गागरानी को चिट्ठी लिखी। उन्होंने तुरंत सख्त कदम उठाने की मांग की, जिसमें सभी खुदाई और कंस्ट्रक्शन साइट्स पर अस्थायी रोक लगाना शामिल है, जब तक हवा की क्वालिटी सुधर न जाए। देवड़ा ने कहा, ‘मुंबई का वायु प्रदूषण अब मौसमी समस्या नहीं रहा, बल्कि पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी बन गया है। भारत को वायु प्रदूषण के खिलाफ पूरे देश में जंग छेड़नी चाहिए।’

‘प्रदूषण रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे’
BMC ने अपनी तरफ से कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इनमें बेकरीज और श्मशान घाटों को क्लीन फ्यूल इस्तेमाल करने के लिए कहना, इलेक्ट्रिक बसें चलाना, निर्माण कार्यों से निकले कचरे को वैज्ञानिक तरीके से मैनेज करना और सड़कों पर पानी छिड़कने वाली मशीनें चलाना शामिल है। पिछले साल अक्टूबर में BMC ने 28 गाइडलाइंस जारी की थीं। इनमें कंस्ट्रक्शन साइट्स के चारों तरफ मेटल फेंसिंग और हरे कपड़े की कवरिंग लगाना, पानी छिड़कना, मलबे को सही तरीके से स्टोर और ट्रांसपोर्ट करना, एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग डिवाइस लगाना और स्मोक एब्जॉर्प्शन सिस्टम सेटअप करना शामिल है। इनकी जांच के लिए फ्लाइंग स्क्वाड्स बनाए गए हैं।
सेंसर-बेस्ड AQI मॉनिटरिंग सिस्टम्स की हुई जांच
BMC ने बताया कि 26 नवंबर तक 53 कंस्ट्रक्शन साइट्स को स्टॉप-वर्क नोटिस दिए गए। गुरुवार को अश्विनी जोशी ने कंस्ट्रक्शन साइट्स पर लगे सेंसर-बेस्ड AQI मॉनिटरिंग सिस्टम्स की जांच की। मुंबई में कुल 662 ऐसे सिस्टम लगाए गए हैं, जबकि 251 और लगाए जा रहे हैं। इनमें से 400 को एक यूनिफाइड डेटा डैशबोर्ड से जोड़ा गया है। जांच में 117 सिस्टम बंद पाए गए। बेकरीज को भी पॉल्यूशन का एक कारण माना गया है। मुंबई में 593 बेकरीज हैं, जिनमें से 209 पहले से क्लीन फ्यूल इस्तेमाल कर रही हैं। BMC के प्रयासों से 57 और बेकरीज क्लीन फ्यूल पर शिफ्ट हो गई हैं, 75 ने पिछले 6 महीनों में यह प्रक्रिया शुरू की है, और 88 ने महानगर गैस से पाइप्ड नेचुरल गैस लेने के लिए आवेदन किया है।
दिल्ली में कैसा है AQI का हाल?
दिल्ली में शुक्रवार सुबह घना स्मॉग छा गया। सुबह 8 बजे दिल्ली का AQI 384 रहा, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। गुरुवार दोपहर यह 377 था। कई इलाकों में हवा ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच गई है। अशोक नगर में 417, बवाना में 413, जहांगीरपुरी में 420, चांदनी चौक में 408, आनंद विहार में 408 और बुराड़ी क्रॉसिंग में 403 AQI दर्ज हुआ। सुबह-सुबह धुंध इतनी थी कि दूर तक कुछ दिखाई नहीं दे रहा। बता दें कि दिल्ली में सर्दियां शुरू होते ही हवा ‘खराब’ होने लगी थी।