ढाका : बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के नेता बेलाल हुसैन के घर पर गुस्साई भीड़ के हमले में 7 साल की बच्ची के जिंदा जलकर मरने की खबर है। डेली स्टार और ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट्स के अनुसार, लक्ष्मीपुर में बीएनपी (BNP) नेता का घर शनिवार को जलाया गया। यह घटना रात 1 बजे हुई जब घर के बाहर प्रदर्शनकारी थे और उन्होंने परिवार के अंदर होने के बावजूद घर में आग लगा दी। बेलाल की बेटी 7 साल की आएशा अख्तर आग में जलकर मर गईं। लक्ष्मीपुर सदर मॉडल थाना के ऑफिसर-इन-चार्ज मोहम्मद वाहिद परवेज ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि एक बच्ची मृत पाई गई और तीन लोगों को बचाया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, घर में आग लगने से बेलाल हुसैन और उनकी दो अन्य बेटियां (16 साल की सलमा अख्तर और 14 साल की सामिया अख्तर) गंभीर रूप से जल गईं। लड़कियों को बाद में ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बर्न यूनिट में ट्रांसफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताई। डेली स्टार से बात करते हुए बेलाल की मां ने हमले की पुष्टि की। उन्होंने दावा किया कि दंगाइयों ने घर के दरवाजे बाहर से ताला लगाकर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

बांग्लादेश में शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसा इसलिए भड़की क्योंकि वे 2024 के छात्र-जन आंदोलन के प्रमुख नेता थे, जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिराई थी। 12 दिसंबर 2025 को मस्जिद से निकलते समय नकाबपोश हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी और सिंगापुर में इलाज के दौरान 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई। हादी की मौत की खबर फैलते ही उनके समर्थकों ने न्याय की मांग करते हुए ढाका सहित कई शहरों में प्रदर्शन शुरू किए, जो जल्दी ही हिंसक हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख समाचार पत्रों प्रथम आलो और डेली स्टार के दफ्तरों में आग लगा दी, सांस्कृतिक संस्थानों पर हमले किए। उन्होंने भारत-विरोधी नारे लगाए, क्योंकि हादी भारत और हसीना के कट्टर आलोचक थे। कुछ रिपोर्टों में अल्पसंख्यकों पर अलग हमले हुए, लेकिन मुख्य हिंसा हादी की हत्या के विरोध और राजनीतिक अस्थिरता से जुड़ी थी। अंतरिम सरकार ने शांति की अपील की है।