महाकुंभ में आज से VHP का सम्मेलन, वक्फ, सनातन बोर्ड और लव जिहाद जैसे प्रमुख मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
प्रयागराज: आज यानी शुक्रवार 24 जनवरी से प्रयागराज महाकुंभ में VHP का सम्मेलन होगा। यह सम्मेलन आगामी चार दिनों तक यानी 27 जनवरी तक चलेगा। वहीं आज केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक होगी। इस खास बैठक में 13 अखाड़ों और चारों शंकराचार्य को न्योता दिया गया है। वहीं आज इस बैठक में वक्फ और सनातन बोर्ड पर भी चर्चा होगी।
जानकारी दें कि, प्रयागराज महाकुंभ में आज से विश्व हिंदू परिषद के मार्गदर्शक मंडल की बैठक होने जा रही है। यहां इस वक्त देशभर के बड़े संत और साधु-महात्मा जुटे हुए हैं। ऐसे में इस मौके पर VHP की इस बैठक की अहमियत बहुत बढ़ चुकी है। इस बैठक में इन चार दिनों में जो भी चर्चा होगी, वह आने वाले दिनों में निश्चित तौर पर देश की राजनीति पर भी व्यापक असर डाल सकती है। इस बाबत VHP के सुत्रों ने बताया है कि संतों के साथ बैठक या कहां कि समागम में काशी और मथुरा के अलावा प्लेसेज ऑफ वर्शिप (स्पेशल प्रॉविजन) एक्ट,1991 प्रमुख एजेंडा रह सकता है। इसके अलावा कुछ और भी ऐसे मुद्दे हैं, जिसपर संतों के साथ विचार-विमर्श किया जा सकता है।बैठक में वक्फ और सनातन बोर्ड पर भी चर्चा होनी है।
सुत्रों की मानें तो कुछ और भी विषय हैं, जिसको लेकर विश्व हिंदू परिषद मार्गदर्शक मंडल की बैठकों में संतों के साथ चर्चा हो सकती है, जिनमें हिंदुओं में घटते जन्म दर, ‘घर वापसी’ और ‘लव जिहाद’ जैसे विषय की प्रमुखता हैं। देखा जाए तो बीजेपी का वैचारिक अगुआ संगठन RSS भी इन विषयों को उठाता रहा है और चुनावों में भी इन्हें मुद्दा बनाने की हरसंभव कोशिशें होती रही हैं।

जानकारी दें कि, बीते बुधवार यानी 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ में मंत्रिमंडल की बैठक करके और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दलों के मंत्रियों के साथ गंगा में डुबकी लगाकर विपक्ष के इस आरोप को चतुराई से खारिज करने की कोशिश की थी कि BJP के सहयोगी दल उससे अलग हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ में कैबिनेट की बैठक करने के बाद उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक तथा अन्य मंत्रियों के साथ बैठक में लिये गये फैसलों पर संवाददाताओं को संबोधित किया था।
जानकारी दें कि आज महाकुंभ का 12वां दिन जारी है और दस करोड़ सा अधीक लोग अब तक स्नान कर चुके हैं। वहीं महाकुंभ 2025 में बीते बुधवार को 48.74 लाख से अधिक लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई,। 10 लाख कल्पवासी और 38.74 लाख भक्त भक्ति के इस अनोखे संगम में एकजुट हुए।