अमेरिका ने TRF को घोषित किया विदेशी आतंकवादी संगठन, पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया
लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है TRF, 26 पर्यटकों की हत्या में शामिल
वाशिंगटन/नई दिल्ली: अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को ‘विदेशी आतंकवादी संगठन (Foreign Terrorist Organization – FTO)’ घोषित कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस फैसले की घोषणा करते हुए TRF को कश्मीर में शांति भंग करने वाली ताकत करार दिया है।

पहलगाम हमला बना कार्रवाई की वजह
इस साल 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर की बैसरन घाटी (पहलगाम) में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली थी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर TRF के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो गई थी।
TRF: लश्कर-ए-तैयबा का ‘फ्रंट ग्रुप’
TRF दरअसल पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ही मुखौटा संगठन है, जिसे कश्मीर में अलगाववादी और आतंकी गतिविधियों को चलाने के लिए खड़ा किया गया है। अमेरिका के अनुसार TRF का उद्देश्य आतंकवाद को स्थानीय “मुक्ति संग्राम” के रूप में पेश करना है, ताकि अंतरराष्ट्रीय आलोचना से बचा जा सके।
अमेरिकी विदेश मंत्री का बयान
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, “TRF एक छद्म आतंकी संगठन है जो लश्कर-ए-तैयबा की विचारधारा को फैलाने और जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने का काम कर रहा है। इसे अब अमेरिका की आतंकवादी सूची में शामिल कर दिया गया है, जिससे इस पर प्रतिबंध, संपत्ति फ्रीजिंग, और अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई संभव होगी।”
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
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इस कदम से TRF की अंतरराष्ट्रीय फंडिंग और मूवमेंट पर रोक लगाई जा सकेगी।
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अमेरिका की यह घोषणा भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक मजबूत कूटनीतिक समर्थन देती है।
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इससे पाकिस्तान की भूमिका पर भी वैश्विक स्तर पर फिर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि लश्कर और TRF दोनों का संचालन पाकिस्तानी जमीन से होता है।