भारतवंशी अनीता आनंद बनीं कनाडा की विदेश मंत्री, इतिहास रचते हुए गीता पर हाथ रखकर ली शपथ

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टोरंटो: कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने मंगलवार को अपनी कैबिनेट में बदलाव की घोषणा करते हुए भारतीय मूल की अनीता आनंद को देश की नई विदेश मंत्री नियुक्त किया है। यह फेरबदल हाल ही में फिर से चुनी गई लिबरल सरकार के गठन का हिस्सा है। अनीता आनंद इससे पहले भी कनाडा सरकार में रक्षा मंत्री समेत कई अहम पदों पर कार्य कर चुकी हैं। अब वे वर्तमान विदेश मंत्री मेलानी जोली की जगह लेंगीं। अनीता आनंद ने गीता पर हाथ रखकर शपथ ली और इस तरह वह कनाडा की पहली हिंदू महिला विदेश मंत्री बन गई हैं। वर्तमान में कनाडा को कई अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, और ऐसे समय में यह नियुक्ति महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

आधी सीटें महिलाओं को दी गई
नए मंत्रिमंडल में आधी सीटें महिलाओं को दी गई हैं, जैसा कि पहले जस्टिन ट्रूडो के मंत्रिमंडल में भी देखा गया था। मार्क कार्नी ने बताया कि यह नया मंत्रिमंडल कनाडा के नागरिकों की उम्मीदों और जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, ताकि आवश्यक बदलाव लाए जा सकें। लिबरल पार्टी अपनी चौथी बार सरकार बना चुकी है। हाल ही में मार्क कार्नी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा के प्रति अपनाए गए आक्रामक रुख का डटकर मुकाबला करने का वादा करते हुए प्रधानमंत्री पद हासिल किया है।

फ्रांस्वा-फिलिप शैम्पेन ने वित्त मंत्री के रूप में अपनी भूमिका बनाए रखी है, जबकि डोमिनिक लेब्लांक व्यापार मंत्री के तौर पर कनाडा और अमेरिका के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव के दौरान अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कार्नी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कनाडा विरोधी नीतियों का डटकर मुकाबला करने के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री पद हासिल किया है। कार्नी ने कहा कि कनाडाई जनता ने इस नई सरकार को अमेरिका के साथ एक नए आर्थिक और सुरक्षा साझेदारी को फिर से परिभाषित करने और सभी कनाडाई नागरिकों के लिए एक सशक्त अर्थव्यवस्था निर्माण के उद्देश्य से एक स्पष्ट जनादेश दिया है।

कौन हैं अनीता आनंद
अनीता आनंद ट्रूडो सरकार में परिवहन और आंतरिक व्यापार मंत्री के पद पर कार्य कर चुकी हैं। इससे पहले वे कनाडा की रक्षा मंत्री भी रह चुकी हैं। अनीता का जन्म 1967 में नोवा स्कोटिया में हुआ था। उनके माता-पिता भारत से थे और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए थे उनकी मां सरोज पंजाब से थीं और पिता एस.वी. आनंद तमिलनाडु से। अनीता ने टोरंटो विश्वविद्यालय में कानून की प्रोफेसर के रूप में भी काम किया है। उन्होंने 2019 में ओंटारियो प्रांत के ओकविल क्षेत्र से संसद का चुनाव लड़ा और विजयी रहीं। इसके बाद उन्हें सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री का पद सौंपा गया।

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