जामिया मिल्लिया इस्लामिया को 181 करोड़ की बड़ी ग्रांट
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने जामिया को 181 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी; इलेक्ट्रिक व्हीकल रिसर्च लैब और एनवायर्नमेंटल लाइब्रेरी जैसी परियोजनाओं को भी मिली मंज़ूरी
नई दिल्ली। देश की प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शुमार जामिया मिल्लिया इस्लामिया के लिए यह वर्ष कई मायनों में खास साबित हो रहा है। यूनिवर्सिटी अपने 105वें स्थापना दिवस का जश्न मना रही है, और इसी अवसर पर जामिया प्रशासन ने यह जानकारी साझा की कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से विश्वविद्यालय को 181 करोड़ रुपये की विशेष ग्रांट स्वीकृत की गई है। यह अनुदान राशि जामिया के बुनियादी ढांचे, हॉस्टल निर्माण, आधुनिक लैब्स, और स्मार्ट क्लासरूम जैसी परियोजनाओं को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगी। आपको बता दें बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने छह दिवसीय ‘तालीमी मेला’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने जामिया समुदाय को बधाई देते हुए कहा कि “शिक्षा किसी भी राष्ट्र की प्रगति का आधार होती है, और जामिया जैसी संस्थाएं भारत की समृद्ध बौद्धिक परंपरा की प्रतीक हैं।” रिजिजू ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार देशभर में उच्च शिक्षा संस्थानों के विकास के लिए ठोस कदम उठा रही है ताकि विद्यार्थी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
इस मौके पर जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिज़वी ने बताया कि वर्ष 2006 में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की स्थापना के बाद यह पहला अवसर है जब जामिया को इतनी बड़ी राशि के रूप में अनुदान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि “यह ग्रांट जामिया के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इससे न केवल बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, बल्कि रिसर्च और इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलेगा।”

प्रो. रिज़वी ने आगे कहा कि मंत्रालय ने जामिया में इलेक्ट्रिक व्हीकल रिसर्च लैब की स्थापना को स्वीकृति दी है, जो भारत के बढ़ते ई-मोबिलिटी सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, RCA (Residential Coaching Academy) में एक एनवायर्नमेंटल लाइब्रेरी स्थापित करने की भी योजना है, जिससे सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को पर्यावरणीय विषयों पर विशेष अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस ग्रांट के जरिए कैंपस में नए हॉस्टल ब्लॉक, अत्याधुनिक स्मार्ट क्लासरूम, और नवीनतम तकनीक से लैस लैब्स का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा छात्र-छात्राओं की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया जाएगा। स्थापना दिवस समारोह के दौरान जामिया के कुलपति, शिक्षकगण, छात्र प्रतिनिधि और पूर्व छात्र भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक यात्रा और शिक्षा के क्षेत्र में उसके योगदान को रेखांकित किया गया। यह ग्रांट न केवल जामिया मिल्लिया इस्लामिया की विकास यात्रा को नई दिशा देगी, बल्कि आने वाले वर्षों में इसे भारत के शीर्ष अनुसंधान एवं नवाचार केंद्रों में शामिल करने की दिशा में एक मजबूत कदम भी साबित होगी।