Bihar Diwas : बिहार राज्य अपने गठन के 110 साल पूरे कर रहा है. 1912 में अग्रेंजो ने इसे बगांल से अलग कर नई पहचान दी ।
बंगाल से बिहार-उड़ीसा को अलग करने की क्यों उठी मांग,
आज के दिन बिहार दिवस मनाया जाता है, और यह शुरुआत नितीश कुमार ने की थी। बिहार में नौकरियों में आरक्षण से भी नहीं सुधरे हालात। बंगाल को एक तिहाई राजस्व देने के बाद भी सुविधा बिहार से नदारत रही थी। बिहार को कांग्रेस के समर्थन के बाद अंग्रेजों को करना पड़ा विभाजन । ऐसे हालात में कांग्रेस ने 1908 के अपने प्रांतीय अधिवेशन में बिहार को अलग प्रांत बनाए जाने का समर्थन किया गया. कुछ प्रमुख मुस्लिम नेतागण भी सामने आये जिन्होंने हिन्दू मुसलमान के मुद्दे थक राज्य बनने में बाधा नहीं बनने दिया. इन दोनों बातों से अंग्रेज शासन के लिए बिहार को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने का मार्ग सुगम हो गया।
22 मार्च 1912 को बिहार भी अलग राज्य के रूप में स्थापित हुआ. पटना को राजधानी घोषित किया गया. अंतत: वह घड़ी आयी और 12 दिसंबर 1911 को बिहार को अलग राज्य का दर्जा मिल गया. बिहार की पहचान उसे 145 वर्ष बाद उसे प्राप्त हुई
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राजकीय चिह्न : बोधि , वृक्ष ,पक्षी
राजकीय पशु : बैल
राजकीय पक्षी : गोरैया
राजकीय पुष्प : गेंदा
राजकीय वृक्ष : पीपल
राजकीय खेल : कबड्डी
राजकीय भाषा (प्रथम) : हिन्दी
रिपोर्ट – शिवी अग्रवाल