BJP बनाएगी अब अपना उपराष्ट्रपति? रामनाथ ठाकुर समेत कई नामों पर अटकलें तेज़!

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद बीजेपी नए उपराष्ट्रपति की तलाश में जुटी हुई है. जिसमें कई नामों की चर्चा जोरों पर है, लेकिन बीजेपी अपने किसी मजबूत नेता को प्रत्याशी बनाने की कोशिश कर रही है.

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आज की बड़ी खबर: जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया थास जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है. ऐसे में चर्चाएं जोरों पर हैं कि देश का अगला उपराष्ट्रपति आखिर होगा कौन? हालांकि बीजेपी ने धनखड़ के विकल्प तलाश शुरू कर दी है. वैसे तो उपराष्ट्रपति पद के लिए कई नामों की चर्चा चल रही है, लेकिन इस बार बीजेपी काफी सोच-समझकर दांव खेलने की तैयारी में है. बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए का लोकसभा और राज्यसभा में पर्याप्त संख्याबल है, जिससे हो सकता है मोदी सरकार के लिए अपना उप राष्ट्रपति चुनने में कोई खासा दिक्कत नहीं आने वाली है.

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नए उपराष्ट्रपति की कुर्सी गठबंधन के किसी सहयोगी दल के नेता को सौंपने के बजाय पार्टी की विचारधारा से जुड़े किसी मजबूत व्यक्ति को बैठाना चाहती है. ये कयास हैं कि देश का अगला उपराष्ट्रपति बीजेपी का होगा. जिसके लिए कई बड़े नामों पर चर्चा चल रही है, इनमें केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर के नाम भी सामने आ रहे हैं, इसकी वजह यह थी कि पिछले दिनों बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रामनाथ ठाकुर से मुलाकात की थी. रामनाथ ठाकुर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं और अतिपिछड़ी जाति से ताल्लुक रखतें हैं. जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद रामनाथ ठाकुर के नाम की चर्चाएं तेज हुई थी, लेकिन यह अटकलें बेबुनियाद हैं. असल में बीजेपी ने इस मुद्दे पर जेडीयू से कोई भी बातचीत नहीं की है. सूत्रों की माने तो बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रामनाथ ठाकुर की ये मुलाकात सिर्फ औपचारिक थी. जोकि बिहार एसआईआर के मुद्दे पर हुई थी. फिलहाल उपराष्ट्रपति पद को लेकर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई है. इतना ही नहीं रामनाथ ठाकुर या भावी उपराष्ट्रपति को लेकर जेडीयू नेतृत्व से भी कोई बात नहीं हुई है. बीजेपी अध्यक्ष ने रामनाथ ठाकुर के अलावा अन्य सांसदों से भी मुलाकात की है.

धनखड़ के इस्तीफे के बाद से बीजेपी ने उनके उत्तराधिकारी को लेकर मंथन तेज़ कर दिया है. सामने आ रहा है कि धनखड़ जैसे किसी राज्यपाल या संगठन का कोई मंझा हुआ, नेता या किसी केंद्रीय मंत्री को ये जिम्मेदारी दी जा सकती है. वैसे तो बीजेपी के पास ऐसे नेताओं की पूरी फौज है, जो पार्टी कैडर से निकले हुए नेता हैं.

 

बीजेपी नेताओं के बयान

 

बीजेपी के एक नेता ने कहा कि हम अभी इस कवायद में जुटे हैं. उनका मानना है कि पार्टी किसी एक व्यक्ति को चुनेगी, जो एक दमदार व्यक्तित्व और निर्विवादित छवि वाला होगा, उन्होंने इशारो इशारो में ये भी बता दिया कि किसी वरिष्ठ नेता को पार्टी इसके लिए प्राथमिकता दे सकती है. बीजेपी पूरी तरह से मन बना चुकी है कि इस बार उपराष्ट्रपति की कुर्सी पार्टी बैकग्राउंड वाले नेता को सौंपने वाली है.

 

जगदीप धनखड़ के पहले उपराष्ट्रपति

 

जगदीप धनखड़ के पहले उपराष्ट्रपति का पद एम वेंकैया नायडू संभाल रहे थे, जो बीजेपी के अध्यक्ष और पीएम मोदी की कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं. नायडू 2017 में उप राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया था. जानकारी के लिए बता दें जगदीप धनखड़ ने 2022 में देश के 14वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी और उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक था. धनखड़ ने अपने तीन साल के कार्यकाल में राज्यसभा में विपक्षी दलों के साथ उनकी लगातार तीखी बहस हुईं, लेकिन कई बार विवादास्पद मुद्दों पर उनकी तीखी टिप्पणियों ने सरकार को भी कई बार असहज कर दिया, उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति के तौर पर भी जिम्मेदारी संभालते हैं.

 

क्या कहता है संविधान

संविधान में उपराष्ट्रपति की जगह पर किसी को कार्यभार सौंपे जाने की व्यवस्था नहीं है, इसलिए इस तरह की औपचारिकता की इस मामले में कोई जरूरत नहीं है. वहीं, राज्यसभा के सभापति के पद की जहां तक जिम्मेदारी है तो उसके लिए उच्चसदन में उपसभापति पहले से ही मौजूद हैं, जो जिम्मेदारी मौजूदा समय में हरिवंश नारायण सिहं के पास है. ऐसे में बीजेपी विचार-विमर्श के बाद नए उपराष्ट्रपति का चुनाव कर सकता है.

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