CCTV, ड्रोन और मेटल डिटेक्टर, हजारों पुलिसकर्मियों की तैनाती, जानें गणेश उत्सव के दौरान कैसे रहेंगे सुरक्षा इंतजाम
महाराष्ट्र में गणेश उत्सव का रंग चढ़ गया है। गणपति बप्पा अलग-अलग पंडालों में विराजमान होने के लिए निकल गए हैं। हर वर्ष की तरह, इस वर्ष भी गणेश उत्सव में लोगों की जमकर भीड़ नजर आ रही है, जिसे देखते हुए नागपुर पुलिस काफी सतर्कता बरत रही है। नागपुर पुलिस ने गणेश मंडल को अपने-अपने पंडालों में CCTV लगाने के लिए कहा है, ताकि पंडालों में आने वाले लोगों की पहचान हो सके। साथ ही किसी अनहोनी पर आरोपी की निशानदेही हो। नागपुर पुलिस ने इस वर्ष भी छोटे-बड़े तकरीबन एक हजार मंडलों को गणेश विराजमान करने की इजाजत दी है। इस गणेश उत्सव में लोगों की भीड़ पर निगरानी करने के लिए नागपुर पुलिस ड्रोन का भी इस्तेमाल कर रही है।
कितने पुलिसकर्मी होंगे तैनात?
नागपुर वासियों ने बप्पा के आगमन की जोरदार तैयारी की है। बड़े पंडालो में मूर्तियां पहुंचने लगी हैं। मंडलों के साथ घर-घर में भी गणपति का आगमन होना शुरू हो गया है। बप्पा के आगमन पर 3500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा एसआरपीएफ की दो कंपनी तथा 1300 होमगार्ड भी बंदोबस्त में सहयोग करेंगे। लगभग 1400 गणेश मंडलों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
मेटल डिटेक्टर भी लगाए जाएंगे
बीडीडीएस द्वारा सभी गणेश मंडलों की नियमित जांच की जाएगी। बड़े पंडालों, प्रदर्शनियों के आयोजन को निजी सुरक्षा गार्ड और स्वयंसेवकों का इंतजाम करने को कहा गया है। यहां मेटल डिटेक्टर भी लगाए जाएंगे। डीजे संचालकों के साथ भी पुलिस ने बैठक की है। सभी को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करना होगा।

पुलिस ने बताए CCTV के फायदे
नागपुर के पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंगल ने बताया है कि CCTV के कई फायदे हैं। इससे ये भी पता चलेगा की पंडालों में क्रिमिनल तो नहीं आ रहे। इसके साथ ही सर्विलांस वाहन का उपयोग किया जायेगा और ड्रोन का भी इस्तेमाल करके वॉच रखा जायेगा।