रांची: चक्रवाती तूफान मोंथा के कारण झारखंड के कई जिलों में बुधवार को दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। बारिश के कारण खरीफ फसलों खासकर धान की खेती को खासा नुकसान पहुंचा है। कई जिलों में धान की खड़ी फसलें खेतों में गिर गईं और पानी में डूब गई हैं। मौसम में हुए परिवर्तन का असर बुधवार को रांची में विमान सेवाओं पर भी देखा गया। करीब आधा दर्जन विमान देर से रांची पहुंचे, इससे यात्रियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा।
आज इन जिलों में भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा चक्रवात आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके से टकराकर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से पलामू, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, रांची, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, कोडरमा और हजारीबाग समेत कई जगह गुरुवार को भारी बारिश का अनुमान है। 31 अक्तूबर के बाद तूफान का असर कम हो सकता है।

खूंटी में सर्वाधिक बारिश
मोंथा के कारण राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान खूंटी में सर्वाधिक 48.0 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा पूर्वी सिंहभूम में 42.4, रांची में 25.0, खरसावां में 22.8, धनबाद में 17, गुमला में 16.5 , नाला में 14.4, धनबाद में 14.2 और बोकारो में 14 मिमी बारिश हुई।
पांच डिग्री तक गिरा अधिकतम तापमान
मोंथा चक्रवात के कारण लगातार हो रही बारिश से रांची समेत राज्य के कई जिलों के अधिकतम तापमान में एक से पांच डिग्री तक की गिरावट सामने आई है। रांची का अधिकतम पारा मंगलवार की तुलना में बुधवार को करीब पांच डिग्री नीचे गिरा। बुधवार को 24.4 डिग्री रहा। जबकि मंगलवार को यह तापमान 29.3 डिग्री रहा था। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब 21.1 डिग्री रहा। सर्वाधिक अधिकतम तापमान पाकुड़ का 32.3 डिग्री रहा।