मुंबई। वाणी कपूर (Vaani Kapoor) इन दिनों अपनी आगामी सीरीज ‘मंडाला मर्डर्स’ (Mandala Murders) से चर्चा में हैं, जो जल्द ओटीटी (OTT) पर स्ट्रीम होने वाली है। इसके प्रचार-प्रसार के दौरान अभिनेत्री से उनकी पिछली फिल्म ‘अबीर गुलाल’ विवादों को लेकर सवाल किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान (Actor Fawad Khan) के साथ काम किया था। हालांकि, पहलगाम हमले के बाद काफी विरोधों के कारण फिल्म को रिलीज नहीं किया गया था और एक्टर्स के बहिष्कार की मांग भी उठी थी। अब वाणी कपूर ने बॉयकॉट (Boycott) और सेंसरशिप (Censorship) प्रभावों के बारे में विचार प्रकट किए हैं।
हाल ही में वाणी कपूर से एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि पिछली फिल्म की घटना ने उन्हें कैसे प्रभावित किया। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं सेंसरशिप के पक्ष में नहीं हूं। मेरा मानना है कि आप सर्टीफिकेट दे सकते हैं, कभी-कभी ऐसा होता है कि कोई सीमा नहीं होती। कई बार जब मैं सेंसरशिप सुनती हूं, तो मुझे लगता है कि वे किसी को और कुछ भी हटा सकते हैं।’ बातचीत में अभिनेत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि एक कलाकार, एक फिल्म निर्माता के तौर पर आप किसी नए क्षेत्र में कितना आगे बढ़ने को तैयार हैं, क्योंकि तब आप कंट्रोल में होते हैं। तभी आपके लिए एक सीमा तय कर दी जाती है, फिर आपको खींची गई उस सीमा के भीतर कुछ नया, ताजा, रोमांचक और पहले कभी न देखा गया काम करना होता है।’

सेंसरशिप को लेकर आगे बताते हुए वाणी कपूर ने कहा कि बॉयकॉट करो और बैन करो वाली संस्कृति उन्हें बिल्कुल समझ नहीं आती। एक्ट्रेस ने कहा लोग एक-दूसरे के साथ बहुत कठोर हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘आज इसको बॉयकॉट कर दो, आज इसको कैंसल कर दो, मत करो यार, जगह दो और लोगों को रहने दो।’