महाराष्ट्र के पालघर जिले में रासायन फैक्टरी में विस्फोट से एक श्रमिक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि विस्फोट गुरुवार शाम करीब साढ़े सात बजे ‘लिम्बानी साल्ट इंडस्ट्रीज’ में हुआ। पालघर जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि धातु और एसिड को मिश्रित किए जाने के वक्त पांच श्रमिक मौके पर मौजूद थे और इसी दौरान विस्फोट हुआ। उन्होंने बताया कि एक श्रमिक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से झुलस गए, उन्हें पास के एक अस्पताल ले जाया गया जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से थोड़ी दूर पर मौजूद दो और श्रमिक मामूली रूप से घायल हो गए। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। दमकल और आपदा प्रबंधन कर्मियों सहित आपातकालीन दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस घटना की जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही इस घटना को लेकर मामला दर्ज किए जाने की उम्मीद है।

पिछले महीने दवा फैक्टरी में हुआ था गैस रिसाव
पालघर में इससे पहले भी फैक्ट्री में कई हादसे हो चुके हैं। पिछले महीने दवा फैक्टरी में गैस रिसाव की घटना सामने आई थी। 22 अगस्त को नाइट्रोजन गैस लीक होने से चार श्रमिकों की मौत होने के एक दिन बाद शुक्रवार को पुलिस ने कंपनी के चार वरिष्ठ कर्मचारियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया। बोईसर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दवा कंपनी के वरिष्ठ कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो ‘‘गैर इरादतन हत्या’’ से संबंधित है। अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्हें प्राथमिकी में नामजद किया गया है। जांच जारी है और अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गयी है।’’
चार श्रमिकों की हुई थी मौत
बोईसर मुंबई से करीब 130 किलोमीटर दूर है। घटना में चार श्रमिकों की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गए। पालघर जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि अपराह्न ढाई से तीन बजे के बीच कंपनी की एक इकाई में नाइट्रोजन गैस का रिसाव हुआ, जिससे वहां काम कर रहे कर्मचारी गंभीर रूप से प्रभावित हुए। छह कर्मियों को शिंदे अस्पताल ले जाया गया, जहां शाम करीब सवा छह बजे चार कर्मियों की मौत हो गई। घटना के वक्त फैक्टरी में 36 श्रमिक काम कर रहे थे। स्थानीय पुलिस और औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य निदेशालय के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और प्रारंभिक जांच शुरू की। एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘‘यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि क्या ऐसी प्रक्रियाओं के लिए निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल में कोई चूक हुई है।