गौतम बुद्ध नगर: खरीफ फसलों में संतुलित उर्वरक उपयोग पर ज़ोर, धान-मक्का-मूंग के लिए जारी की गई सिफारिशें
जिला कृषि अधिकारी ने किसानों से उर्वरकों का संतुलित उपयोग करने की अपील की, बताया—फसलों की गुणवत्ता और उत्पादकता बढ़ाने में संस्तुत मात्रा का महत्वपूर्ण योगदान।
गौतम बुद्ध नगर: जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा के निर्देशों के क्रम में जिला कृषि अधिकारी गौतमबुद्धनगर विवेक दुबे ने जनपद के समस्त कृषकों को बताया कि खरीफ के अन्तर्गत बोयी गयी/बोयी जाने वाली फसलों में संतुलित मात्रा में ही उर्वरकों का प्रयोग किया जाये। अधिक उर्वरकों के प्रयोग से मृदा की उर्वरता पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है। संस्तुत मात्रा में उर्वरकों के प्रयोग से फसलों की उत्पादकता एवं गुणवत्ता बहुत अच्छी रहती है। खरीफ में बोयी जाने वाली जनपद की मुख्य फसल धान है। धान के लिए नत्रजन 120 कि0ग्राम/हे0, फास्फोरस 60 कि0ग्रा0/हे0, एवं पोटाश 60 कि0ग्रा0/हे0 संस्तुत है। इसी प्रकार मक्का की फसल हेतु नत्रजन 100 कि0ग्राम/हे0, फास्फोरस 60 कि0ग्रा0/हे0, एवं पोटाश 40 कि0ग्रा0/हे0 संस्तुत है। मूंग की फसल हेतु नत्रजन 15 कि0ग्राम/हे0, फास्फोरस 60 कि0ग्रा0/हे0, एवं सल्फर 25 कि0ग्रा0/हे0 की सस्तुति की जाती है। उर्द हेतु नत्रजन 15 कि0ग्राम/हे0, फास्फोरस 40 कि0ग्रा0/हे0, एवं सल्फर 25 कि0ग्रा0/हे0 संस्तुत है। जनपद में वर्तमान मे पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन एवं फास्फेटिक उर्वरकों की मात्रा उपलब्ध है। वर्तमान में जनपद में यूरिया 6442 मै0टन, डी0ए0पी0 780 मै0टन, एन0पी0के0 343मै0टन, नैनो यूरिया 9546 बोतल एवं नैनों डी0ए0पी0 की 2399 बोतल (प्रत्येक 1/2 ली0) उपलब्ध है। उर्वरकों का निर्धारित दरों पर वितरण सहकारिता एवं प्राइवेट विक्रय केन्द्रों के द्वारा पी0ओ0एस0 मशीन से किया जा रहा है।