भिवानी (हरियाणा): 19 वर्षीय शिक्षिका मनीषा केस ने पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का ध्यान खींचा है। नौ दिनों तक तनाव और विरोध प्रदर्शनों के बाद आखिरकार उनका अंतिम संस्कार सम्पन्न हुआ। इस दौरान प्रशासन, सरकार और पुलिस की कार्यवाही को लेकर कई बड़े फैसले सामने आए हैं।
अंतिम संस्कार और इंटरनेट बंदी
भिवानी जिले की मनीषा का अंतिम संस्कार सुबह किया गया। उनके छोटे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूरा गांव शोक और ग़मगीन माहौल में डूबा रहा। सुरक्षा और शांति व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने कुछ समय के लिए मोबाइल इंटरनेट, SMS और डोंगल सेवाओं पर रोक लगा दी थी।
CBI जांच का ऐलान
बढ़ते विरोध और लोगों के दबाव के बीच मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि मनीषा केस की जांच अब CBI करेगी। इस फैसले के बाद लोगों में उम्मीद जगी है कि अब मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच होगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।
पुलिस और प्रशासन पर कार्रवाई
जांच में लापरवाही सामने आने पर भिवानी के एसपी मनबीर सिंह को हटा दिया गया है। इसके अलावा पाँच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। नए एसपी के तौर पर IPS अधिकारी सुमित कुमार को तैनात किया गया है। इधर, महिला छात्राओं और ग्रामीणों ने भी न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन जारी रखे।
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