मुंबई: महाराष्ट्र में मराठी और हिंदी भाषा को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल सरकार ने मराठी और इंग्लिश मीडियम के स्कूलों के पाठ्यक्रम में हिंदी भाषा के विषय को अनिवार्य कर दिया था, हालांकि विवाद को देखते सरकार बैकफुट पर आई और उसने अपना फैसला वापस ले लिया। लेकिन मराठी हिंदी को लेकर शुरू हुआ विवाद रुक नहीं रहा है। इस विवाद में अब भोजपुरी एक्टर और भाजपा नेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ भी शामिल हो गए हैं उन्होंने महाराष्ट्र में हिंदी भाषा का विरोध कर रहे नेताओं को चुनौती दी है और कहा है मैं मराठी नहीं बोलता, दम है तो मुझे महाराष्ट्र से निकाल कर दिखाओ।
दिनेश लाल यादव ने कहा मुझे लगता है, यह जो लोग भी कर रहे हैं, यह गंदी राजनीति है। देश में कहीं भी ऐसा नहीं होना चाहिए। यह देश अपनी विविध भाषाओं और संस्कृतियों के लिए पहचाना जाता है। इसीलिए इसे विविधता में एकता बनाए रखने वाला देश कहा जाता है, यही तो हमारे देश की खासियत है। मुझे लगता है कि इस तरह की गंदी राजनीति करने वालों को ऐसा करने से बचना चाहिए और संभल जाना चाहिए, यह तोड़ने की राजनीति है, जोड़ने की नहीं।
दिनेश लाल यादव ने बातचीत के दौरान यह भी कहा कि अगर दम है तो मुझे महाराष्ट्र से निकाल कर दिखाओ, मैं मराठी नहीं बोलता। मैं किसी भी नेता को खुला चैलेंज देता हूं कि अगर तुम्हारे अंदर दम है तो मुझे महाराष्ट्र से निकाल कर दिखाओ। मैं मराठी नहीं बोल रहा हूं। यह गंदी राजनीति है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं एक पॉलिटिशियन हूं मेरा मानना है कि राजनीति लोगों के वेलफेयर के लिए होनी चाहिए उनका शोषण करने के लिए नहीं। आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने जब महाराष्ट्र में यह फैसला लागू किया था, तब विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने एकसाथ होकर इसका विरोध किया था और इसी पर अब दिनेश लाल यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है।
कौन हैं निरहुआ
निरहुआ ने अपने करियर की शुरुआत एक गायक के रूप में की थी। उन्होंने कई भोजपुरी गाने गाए और जल्द ही अपनी पहचान बना ली। बाद में उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू किया और जल्दी ही भोजपुरी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए। निरहुआ, जिनका असली नाम दिनेश लाल यादव है, एक प्रसिद्ध भोजपुरी अभिनेता, गायक और राजनीतिज्ञ हैं। वह अपनी मस्ती भरी अदाओं और दिलचस्प फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।