नई दिल्लीः पहलगाम में कायराना हमले से न केवल देशवासियों में गम और गुस्सा है, बल्कि दुनिया कई देशों ने भारत का समर्थन किया है। इस मुश्किल वक्त में इजराइल ने भारत का खुलकर समर्थन किया है। इजराइल के राजदूत रूवेन अजाम ने खुले तौर पर कहा कि हम भारत की हर संभव मदद को तैयार हैं। इतना ही नहीं पहलगाम आतंकी हमले की तुलना उन्होंने 7 अक्टूबर को हुए इजराइल में हमास के हमले से की।
अजार ने कहा कि भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है। वह पूरी तरह से इसके समर्थन में हैं। पहलगाम हमले को पिछले दो दशकों में नागरिकों पर सबसे घातक हमलों में से एक माना जा रहा है। अजार ने कहा कि इजरायल भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को हर संभव सहायता प्रदान करने को तैयार है।
भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं- इजरायली दूत
WION को दिए इंटरव्यू में रूवेन अजार ने कहा कि “हम भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं। भारत जानता है कि उसे क्या करना है। यह एक संप्रभुता का मामला है। देशों को आत्मरक्षा का अधिकार है और भारत के पास वह पूरा हक है। भारत को पूरी छूट है कि वह अपने तरीके से जवाब दे। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी मजबूत नीति दिखाई है और हमारा मानना है कि भारत आतंकवाद के सामने कभी नहीं झुकेगा।”

हम भारत को देंगे हर संभव मदद: इजराइल
अजार ने इसके आगे कहा कि “हम भारत को किसी प्रकार की सलाह देने की स्थिति में नहीं हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए, क्योंकि भारत सरकार और उसकी सुरक्षा एजेंसियों को अच्छी तरह से पता है कि उन्हें सीमा पार स्थिति आतंकवाद से कैसे निपटना है, लेकिन सामान्य तौर पर हम तकनीकी और खुफिया सहयोग के जरिए भारत के साथ काम करना जारी रखेंगे।”
‘हमला देखकर 7 अक्टूबर की आई याद’
पहलगाम हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अजार ने कहा कि इस हमले की क्रूरता ने इजराइल पर हुए हमास हमले की तरह है। इजराइली दूत ने कहा कि पहलगाम के लोगों के सिरो में गोली मारी गई है, धार्मिक आधार पर चुनकर हमला किया गया। इस तरह के हमले से हम गुजर चुके हैं। हमने देखा कैसे शामिल लोगों, घरों में सो रहे मासूमों को आतंकियों ने मौत के घाट उतारा था। उन्होंने कहा, “सुबह 6.30 बजे जब हमास के आतंकवादी आए, तब लोग म्यूजिक फेस्टिवल में जा रहे थे, अपने घरों में थे, अपने बिस्तरों में सो रहे थे, और उन्हें मार डाला, उनके साथ बलात्कार किया और उन्हें जला दिया। तो सीधी सी बात ये है कि हम एक ही तरह की घटना से पीड़ित हैं।”