पश्चिम बंगाल: कोलकाता के एक नामी कॉलेज में हुए गैंगरेप केस ने पूरे राज्य में उबाल ला दिया है। पीड़िता के बयान और पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. वहीं इस मामले में अब राजनीति भी गरमा गई है. सत्तापक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इस बीच कॉलेज के छात्र-छात्राएं लगातार न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं..उनकी मांग है कि कॉलेज प्रशासन और पुलिस दोनों को इस मामले में जवाबदेह ठहराया जाए.तो वहीं पीड़िता की शिकायत पर चार छात्रों को हिरासत में लिया गया है. लेकिन मामला अब जांच से ज्यादा राजनीति की दिशा में मुड़ गया है. तो वहीं पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार सवालों के घेरे में हैं. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी की चार सदस्यीय जांच समिति कोलकाता के लिए रवाना हो गई है. इस चार सदस्यीय जांच समिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह, लोकसभा सांसद बिप्लब देब, मीनाक्षी लेखी, और राज्यसभा सांसद मनन कुमार मिश्रा शामिल हैं. यह समिति पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करेगी इसके साथ ही लॉ कॉलेज भी जाएगी.
बता दें बीजेपी की चार सदस्यीय जांच समिति पीड़िता एवं परिवार से मुलाकात करेंगे. और घटना के सभी पहलुओं को सुनिश्चत करेंगे, फिर अपनी रिपोर्ट बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को सौंपेंगे.बीजेपी का कहा है पार्टी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है, जिसमें आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज की पिछली घटना भी शामिल है.तो वहीं मुख्य आरोपी टीएमसी से जुड़ा होने का दावा किया जा रहा है, जिसकी वजह से सरकार और ममता सरकार की आलोचना तेज हो रही है.

बता दें बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग उठाई गई है, साथ ही प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे है.विपक्षी नेताओं ने त्वरित न्याय और सुशासन की मांग तेज कर दी है.