अहमदाबाद: गुजरात ATS ने एक बड़े अंतर-राज्यीय ऑपरेशन में अल-कायदा के एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां गुजरात, दिल्ली और नोएडा से की गई हैं। जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि यह मॉड्यूल पाकिस्तानी सेना और ISI के इशारे पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के खिलाफ भारत में माहौल बिगाड़ने और दिल्ली, यूपी व गुजरात में बड़े आतंकी हमलों की तैयारी कर रहा था।
गुजरात एटीएस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आतंकी ‘अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS)’ से जुड़े हैं। इनका मुख्य काम भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के खिलाफ पाकिस्तान के पक्ष में एक विशेष समुदाय के युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए भड़काना और रेडिकलाइज्ड करना था। जांच में पता चला है कि यह मॉड्यूल पाकिस्तानी सेना के ‘ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस’ के समर्थन में काम कर रहा था। इन आतंकियों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान कई बार पाकिस्तानी सेना और ISI के अधिकारियों से संपर्क साधा था।
आतंकी पाकिस्तान के दो सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए लगातार गोपनीय जानकारियां सीमा पार भेज रहे थे और इन्हीं अकाउंट्स पर चैटिंग के जरिए उन्हें ISI से हमले के लिए निर्देश मिल रहे थे। ये आतंकी ओसामा बिन लादेन और मौलाना असीम उमर जैसे आतंकियों के जेहादी वीडियो दिखाकर युवाओं का ब्रेनवॉश करते थे।

इस पूरे मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद फैज था, जिसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। बेहद पढ़ा-लिखा फैज दिल्ली में एक फास्ट फूड चेन में मैनेजर के तौर पर काम कर रहा था। उसी ने बाकी तीनों आतंकियों को अपने साथ जोड़ा था। नोएडा से गिरफ्तार आतंकी जीशान अली एक मोबाइल शॉप पर काम करता है, जबकि गुजरात से पकड़े गए दोनों आतंकी सिलाई का काम करते थे।
इस बड़ी कार्रवाई के बाद गुजरात एटीएस अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एटीएस के साथ संपर्क में है ताकि इस नेटवर्क की पूरी गहराई तक पहुंचा जा सके। एजेंसियों का मानना है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद ये आतंकी दिल्ली, यूपी और गुजरात समेत कई जगहों पर सिलसिलेवार आतंकी हमले करने की फिराक में थे।