लट्ठमार होली की शुरुआत, नंदगांव में श्रद्धालुओं का उमड़ा हुजूम; रंग-बिरंगे सामानों से बाजार हुए गुलजार
मथुरा: होली के त्योहार अब बस कुछ ही दिन बचें हैं। इसे लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर हैं। लोग रंग, गुलाल, अबीर और पिचकारियां खरीदने के लिए बाजारों में उमड़ पड़े हैं। इस समय बाजारों में खास हलचल देखी जा रही है, क्योंकि लोग त्योहार के लिए जरूरी सामान खरीदने में व्यस्त हैं। रंग-बिरंगे गुलाल, अबीर और पानी वाली पिचकारियों का क्रेज बढ़ गया है।
गुजिया जैसी मिठाइयां भी घरों में बननी शुरू हो गई हैं और लोग घरों को सजाने के लिए रंगीन सजावट कर रहे हैं। अयोध्या में भी होली की तैयारियां जोरों पर हैं, जहां लोग बाजारों में खरीदारी कर रहे हैं। इस बीच, सोमवार यानी 11 मार्च को काशी विश्वनाथ मंदिर में रंगभरी एकादशी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने धूमधाम से त्योहार मनाया। यह पर्व होली के मुख्य उत्सव से पांच दिन पहले मनाया जाता है और इस दिन को लेकर लोगों में खास उत्साह रहता है। रंगों से भरी यह खास धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधि होली के उल्लास का आगाज करती है।

नंदगांव में लट्ठमार होली की परंपरा आज भी जारी
वहीं, मथुरा के नंदगांव में भी पारंपरिक ‘लठमार’ होली की शुरुआत हो चुकी है। यह होली विशेष रूप से भगवान श्री कृष्ण और राधा के बीच की मस्ती को दर्शाती है। इस परंपरा के अनुसार, कृष्ण अपने दोस्तों के साथ राधा और उनके साथियों को तंग करने के लिए बारसाना गए थे, जहां महिलाएं उन्हें लट्ठ मारकर भगाती थीं। आज भी यह परंपरा निभाई जाती है, जहां बारसाना की महिलाएं नंदगांव के पुरुषों के साथ मस्ती करने के लिए लट्ठ मार होली खेलती हैं।
नंदगांव में होली के इस दृश्य को देखने के लिए भक्तों और पर्यटकों की भीड़ लगी हुई है। ‘राधे राधे’ के उद्घोष के बीच रंग, गुलाल और भक्ति के साथ यह उत्सव मनाया जा रहा है। इस आयोजन में पारंपरिक संगीत और फूलों से सजावट का भी खास महत्व है। इसके बाद, बारसाना में भी होली की धूम होगी, जहां नंदगांव के पुरुष बारसाना की महिलाओं से मिलकर इस अनोखी परंपरा का हिस्सा बनेंगे। मथुरा में होली की धूम बड़े स्तर पर होगी। यहां पर रंग-बिरंगे जुलूस, सांस्कृतिक प्रदर्शन और मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान होंगे। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है ताकि होली का उत्सव शांति और खुशी के साथ मनाया जा सके।