जम्मू-कश्मीर में दो जगह बादल फटने से 10 की मौत, कई लापता
रामबन और रियासी जिलों में बादल फटने से बड़ा हादसा, रेस्क्यू ऑपरेशन जारीc
जम्मू-कश्मीर: शनिवार को दो अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आईं, जिनमें अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। रामबन जिले की राजगढ़ तहसील में देर रात बादल फटने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। वहीं, सियासी जिले में हुई दूसरी घटना में सात लोगों की जान चली गई। प्रशासन और राहत-बचाव दल लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं और प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
रामबन के गडग्राम में फटा बादल
स्थानीय अधिकारी ने जानकारी दी कि रामबन जिले की राजगढ़ तहसील के गडग्राम इलाके में बादल फटने की घटना हुई है। इस हादसे में अब तक तीन शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि लापता लोगों की तलाश तेजी से जारी है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय अधिकारी और टीम मौजूद हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
बादल फटने से 7 लोगों की मौत
रियासी जिले के माहौर इलाके में भी बादल फटने से बड़ा हादसा हुआ है। माहौर के बद्दर गांव में बीती रात आसमान से बरपी इस आफत में सात लोगों की मौत हो गई। माहौर क्षेत्र के विधायक मोहम्मद खुर्शीद ने बताया कि हादसे के समय पूरा परिवार घर में सो रहा था, तभी अचानक मलबा गिरने से सभी लोग उसके नीचे दब गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाकर शवों को बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि यह बेहद गरीब परिवार था, जिसकी पूरी ज़िंदगी इस दर्दनाक घटना से उजड़ गई।

मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना की जानकारी मिलते ही रामबन के उपायुक्त इलियास खान सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रात करीब 2 बजे मौके पर पहुंच गए और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। प्रशासन ने तुरंत हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है ताकि किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
यहां हुई बादल फटने की घटना
जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है। किश्तवाड़, कठुआ और डोडा जिलों में बादल फटने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही कई जिलों में लगातार भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे सड़क यातायात बाधित हो गया है। स्थिति इतनी गंभीर है कि कई इलाकों में बाढ़ जैसी परिस्थितियां बन गई हैं और लोग भारी दहशत में हैं।
किश्तवाड़ में बादल फटने से गई 60 की मौत
जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की ताजा घटनाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। किश्तवाड़ जिले के चोसिती गांव में मचैल माता तीर्थयात्रा मार्ग पर 15 अगस्त को बादल फटने से भयावह स्थिति बन गई। इस भीषण हादसे में करीब 60 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो CISF जवान और कई तीर्थयात्री भी शामिल हैं। वहीं, 50 से 220 लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है और 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। प्रशासन और राहत दल लगातार मौके पर जुटे हैं, लेकिन हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं।