कोटा: राजस्थान के कोटा शहर के आरके पुरम थाना क्षेत्र के आवली रोजड़ी इलाके के एक घर के अंदर संदिग्ध अवस्था में मां-बेटी के शव मिलने से सनसनी फैल गई। घटना के समय घर में मां-बेटी के अलावा 2 साल का बच्चा भी मौजूद था। रात को घर पहुंचा मृतका का पति दोनों को अस्पताल लेकर गया, जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों शवों को मोर्चरी में रखवा दिया गया है। वहीं सूचना के बाद पुलिस के बड़े अधिकारी, एफएसएल की टीम और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में मां-बेटी की हत्या का मामला सामने आया है।
शहर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि मृतका का पति भगवान वैष्णव शहर के निजी अस्पताल में नर्सिंगकर्मी है। वो अपनी पत्नी ज्योति वैष्णव और दो बच्चों के साथ आंवली रोजड़ी इलाके में किराये के मकान में रहते थे। भगवान वैष्णव ने पुलिस को बताया कि जब वह देर रात को घर पहुंचे तो कमरे में उसकी पत्नी ज्योति और बेटी पलक बेहोशी की हालत में पड़े थे, जबकि 2 वर्ष का बेटा भी कमरे में ही मौजूद था।
मृतका ज्योति के भाई ने इस संबंध शिकायत दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस का यह भी कहना है कि प्रारंभिक तौर पर कई लोगों पर शक जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने पुलिस को बताया है कि प्रारंभिक तौर पर दोनों की मौत का कारण गला घोंटकर मारना बताया है।

पुलिस का कहना है कि मौके पर जाकर देखा गया तो मृतका ज्योति वैष्णव के कान के टॉप और पायल सहित कुछ जेवरात भी गायब मिले हैं। यहां तक की उसका मोबाइल भी नहीं मिल रहा। घटनास्थल पर जहां पर ज्योति का शव मिला, उस किचन में जाकर देखा तो तवे पर रोटी पड़ी थी इससे लग रहा था कि घटना के समय वह किचन में खाना बना रही थी।
पति ने पुलिस को बताया कि वह दिन में कई बार घर पर फोन भी करता था। शुक्रवार को भी उसने कई बार फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। जब उसने रात को घर जाकर देखा तो ज्योति किचन में बेसुध पड़ी थी और बेटी कमरे में स्कूल की ड्रेस में अचेत अवस्था में थी, जिसके गले पर भी निशान थे।