आंगनबाड़ी कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं – ई-केवाईसी पूरी करने पर ही मिलेगा मानदेय
डीएम वाॅर रूम से कड़ी चेतावनी: समय पर कार्य पूरा करें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ
गौतम बुद्ध नगर: जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा के निर्देशों के क्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी दादरी चारू अग्रवाल ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद लाभार्थियों का फेस रिकग्निशन और ई-केवाईसी कार्य पूरा नहीं किया, इसलिए उनका मानदेय तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है, जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकत्री सुनीता- नई आबादी , सरिता -दत्तावाली, संजू- जैतपुर वैशपुर , संजेश-चक्रसेनपुर, अंजू- केमराला, पिंकी -जुनपत, अनीता- गौतमपुरी, इंद्रेश -डबरा, विमलेश- डबरा, रूपकौर-रायपुर बांगर, कुड़ी खेड़ा-जेडमुंद्रेश, शकुंतला, मुथ्यानि, जेडकुसुम, खटाना-जेडपूनम, सादीपुर चिद्धोली-जेडसुनीता का वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है।
उन्होंने बताया कि फेस रिकग्निशन और ई-केवाईसी का कार्य भारत सरकार की प्राथमिकता में शामिल है, जिसका उद्देश्य पात्र लाभार्थियों तक पुष्टाहार वितरण की पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। इसके माध्यम से यह देखा जाता है कि योजना का लाभ वास्तव में उन्हीं को मिले, जिनका इस पर अधिकार है।

उन्होंने बताया कि सीडीओपी कार्यालय द्वारा लगातार निर्देश दिए जा रहे थे, साथ ही समय-समय पर फील्ड विजिट भी की गईं। इसके बावजूद कुछ कार्यकत्रियाँ अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं दिखीं। ऐसे में यह कदम अनुशासन सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक हो गया। बाल विकास परियोजना अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन कार्यकत्रियों द्वारा कार्य शीघ्र पूरा कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, उनका मानदेय पुनः निर्गत किया जाएगा। सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस कार्य की गंभीरता को समझें और शत-प्रतिशत ई-केवाईसी एवं फेस रिकग्निशन कार्य को समय से पूरा करें, जिससे लाभार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और शासन की मंशा अनुरूप शत-प्रतिशत ई-केवाईसी एवं फेस रिकग्निशन कार्य पूर्ण हो सके।