नौएडा में विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर होगा और अधिक आधुनिक, अडानी मॉडल पर होगा कार्य
GIS तकनीक और SCADA सिस्टम के साथ बनेगा अत्याधुनिक विद्युत इन्फ्रास्ट्रक्चर, भूमिगत लाइनों और RMU सिस्टम को भी मिलेगा बढ़ावा
नोएडा: मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) की अध्यक्षता में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में नौएडा क्षेत्र के विद्युत ढांचे को और अधिक उन्नत, सुरक्षित और टिकाऊ बनाने को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसके) एवं महाप्रबंधक (वित्त/यांत्रिक) द्वारा मुंबई महानगर में अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (AEML) के उन्नत विद्युत इन्फ्रास्ट्रक्चर पर किए गए अध्ययन दौरे का प्रस्तुतिकरण किया गया।
सीईओ महोदय ने निर्देश दिए कि भविष्य में नौएडा में 220/132/33 केवी के विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण GIS तकनीक और SCADA सिस्टम के साथ किया जाए, जिससे न सिर्फ भूमि की बचत होगी बल्कि बिजली फॉल्ट की घटनाएं भी न्यूनतम होंगी। यह तकनीक उपकेंद्रों को अधिक सक्षम और कुशल बनाएगी।
इसके अलावा, 33 केवी और 11 केवी के पुराने उपरिगामी लाइनों को चरणबद्ध रूप से भूमिगत करने का निर्णय लिया गया है, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित न हो और सुरक्षा भी बनी रहे। डबल पोल स्ट्रक्चर के स्थान पर अब आधुनिक Ring Main Unit (RMU) और Straight Through Joint जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।

सीईओ ने यह भी निर्देश दिए कि आगामी एक वर्ष में अधिकतर 33 और 11 केवी की उपरिगामी लाइनों को भूमिगत किया जाए और अन्य सेक्टरों की HT और LT लाइनों की भी समीक्षा कर आवश्यक प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएं।
इन निर्णयों से नोएडा का विद्युत ढांचा न केवल तकनीकी रूप से और मजबूत होगा, बल्कि यह उपभोक्ताओं को निरंतर, सुरक्षित और आधुनिक विद्युत सेवाएं भी सुनिश्चित करेगा।