न्यूयार्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा पर टैरिफ लागू करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस बीच, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी अपने रुख पर कायम हैं और पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे। कनाडा सरकार के एक अधिकारी के अनुसार, यदि ट्रंप कनाडा के लिए टैरिफ में कुछ राहत देने का विचार भी करते हैं, तो भी ट्रूडो जवाबी टैरिफ लगाने की अपनी योजना जारी रखेंगे। अधिकारी ने यह भी बताया कि ट्रंप और ट्रूडो के बीच इस मुद्दे पर फोन पर बातचीत हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा, मेक्सिको और चीन पर लगाए गए आयात शुल्क मंगलवार से प्रभावी हो गए हैं। ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको से आने वाले उत्पादों पर 25 फीसदी और चीन से आयातित वस्तुओं पर 20 फीसदी शुल्क लागू किया है। हालांकि, कनाडा के ऊर्जा उत्पादों पर सिर्फ 10 फीसदी शुल्क लगाकर कुछ राहत देने की कोशिश की गई है। इसके जवाब में, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी कड़े कदम उठाते हुए 30 अरब कनाडाई डॉलर मूल्य की अमेरिकी वस्तुओं पर 25 फीसदी शुल्क लगा दिया।

कनाडा अब नहीं हटेगा पीछे
ट्रूडो ने आयात शुल्क को ‘मूर्खतापूर्ण’ करार देते हुए कहा कि कनाडा इस मामले को विश्व व्यापार संगठन (WTO) में चुनौती देगा। इस बीच, अमेरिका ने संकेत दिए हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप कुछ टैरिफ में रियायत देने पर भी विचार कर सकते हैं, लेकिन कनाडा ने अपने रुख में कोई नरमी नहीं दिखाई है।
कनाडा के वित्त मंत्री डोमिनिक लीब्लांक ने स्पष्ट किया कि वे टैरिफ में मामूली कटौती पर चर्चा करने के इच्छुक नहीं हैं, बल्कि उनका लक्ष्य टैरिफ को पूरी तरह से समाप्त करना है। ओंटारियो प्रांत के प्रीमियर डग फोर्ड ने कहा कि या तो टैरिफ पूरी तरह से खत्म हों या फिर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस स्थिति की शुरुआत कनाडा ने नहीं की थी, बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी। फोर्ड ने कहा कि यदि ट्रंप कनाडा और ओंटारियो के खिलाफ आर्थिक संघर्ष चाहते हैं, तो वे उसका डटकर सामना करने के लिए तैयार हैं।