PM Modi Address WHO Global Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (19 दिसंबर) को पारंपरिक चिकित्सा पर दूसरे डब्ल्यूएचओ ग्लोबल समिट के समापन समारोह को संबोधित करेंगे। यह तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन नई दिल्ली के भारत मंडपम में हो रहा है। इस समिट का मकसद पारंपरिक चिकित्सा को वैश्विक स्तर पर विज्ञान-आधारित और जन-केंद्रित तरीके से बढ़ावा देना है, और भारत इसमें अपनी बढ़ती भूमिका को प्रमुख रूप से प्रदर्शित कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत पारंपरिक चिकित्सा और भारतीय ज्ञान प्रणाली को वैश्विक मुख्यधारा में लाने के लिए लगातार रिसर्च, मानकीकरण और वैश्विक सहयोग पर जोर दे रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी आयुष क्षेत्र के लिए एक नया डिजिटल पोर्टल “मेरा आयुष एकीकृत सेवा पोर्टल (MAISP)” लॉन्च करेंगे। इसके साथ ही, वह आयुष मार्क का भी अनावरण करेंगे, जिसे आयुष उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता के लिए वैश्विक मानक माना जा रहा है।
नामक पुस्तक का भी करेंगे विमोचन

प्रधानमंत्री मोदी एक और महत्वपूर्ण पहल के रूप में योग पर डब्ल्यूएचओ की तकनीकी रिपोर्ट और “फ्रॉम रूट्स टू ग्लोबल रीच आयुष में परिवर्तन के 11 साल” नामक पुस्तक का विमोचन करेंगे। इसके अतिरिक्त, वह अश्वगंधा पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी करेंगे, जो भारतीय आयुर्वेद की वैश्विक पहचान को दर्शाता है।
इसके अलावा, पीएम मोदी प्रधानमंत्री पुरस्कार से उन व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित करेंगे जिन्होंने 2021-2025 के दौरान योग के प्रचार और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ये पुरस्कार यह दर्शाते हैं कि योग सेहत, संतुलन और शांति के लिए कितना प्रभावशाली है, और यह भारत के स्वस्थ और मजबूत बनने में मदद करता है।
समिट के अंतर्गत एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है, जिसका नाम है ‘ट्रेडिशनल मेडिसिन डिस्कवरी स्पेस’, जो यह दिखाती है कि भारत और अन्य देशों की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियां आज भी कितनी महत्वपूर्ण हैं। यह शिखर सम्मेलन, जो 17 से 19 दिसंबर तक आयोजित हो रहा है, डब्ल्यूएचओ और आयुष मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया है। इसका मुख्य विषय है “संतुलन बहाल करना: स्वास्थ्य और कल्याण का विज्ञान और अभ्यास”। इस कार्यक्रम में वैश्विक नेताओं, वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने स्वास्थ्य प्रणालियों को सुधारने पर चर्चा की।