मधुबनी से प्रधानमंत्री मोदी की गूंज, ‘ओम शांति’ के साथ पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कहा- पूरा देश…
मधुबनी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार यानी 24 अप्रैल को बिहार के मधुबनी जिले से राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहलगाम आतंकी हमले के शिकार हुए नागरिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने पूरे देशवासियों से एक मिनट का मौन रखने की अपील की और ‘ओम शांति’ का जाप करते हुए आतंक के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं देश के हर नागरिक से निवेदन करता हूं कि हम सभी मिलकर इस दुख की घड़ी में शोक-संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करें और एक मिनट का मौन रखें। हमने जो अपनों को खोया है, वह किसी भी राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है।”
नीतीश कुमार ने भी की हमले की कड़ी निंदा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए पहलगाम आतंकी हमले की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा, “पहलगाम में हुआ हमला अत्यंत दुखद और निंदनीय है। हम शोकग्रस्त परिवारों के साथ खड़े हैं। यह हमला केवल मासूमों पर नहीं, बल्कि पूरे भारत पर हमला है। पूरा देश आतंक के खिलाफ एकजुट है।”

केंद्र सरकार के पांच बड़े फैसले
सिंधु जल संधि 1960 को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया गया।
अटारी एकीकृत चेकपोस्ट को बंद करने का निर्णय लिया गया।
SAARC वीजा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों का भारत में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया।
नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति (Persona Non Grata) घोषित किया गया।
इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से भी भारत अपने रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को वापस बुलाएगा। इन पदों को निरस्त माना जाएगा।
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संसद में आज शाम 6 बजे सर्वदलीय बैठक
गृह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में आज शाम 6 बजे संसद में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें इस आतंकी हमले की गंभीरता, सुरक्षा की स्थिति और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बाइसारन घाटी में हुए इस हमले में 27 निर्दोष पर्यटकों की मौत हो गई, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। यह हमला वर्ष 2019 के पुलवामा आतंकी हमले** के बाद अब तक का सबसे घातक हमला माना जा रहा है।