अयोध्याः उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड़ पड़ रही है और लगभग सभी जिलों में सुबह के समय घना कोहरा भी देखने को मिल रहा है। ठंड से बचने के लिए लोग ऊनी कपड़े पहन रहे हैं और अलाव जलाकर शरीर को गर्म करने की कोशिश कर रहे हैं। अयोध्या में भगवान श्रीराम को भी ठंड से बचाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं।
भगवान को ठंड से बचाने के लिए किए गए खास इंतजाम
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पुजारी संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि ठंड के मौसम को देखते हुए भगवान को कंबल ओढ़ाया जाता गया है। राम दरबार में दोनों तरफ ब्लोअर लगाए गए हैं। पुजारी ने कहा कि जैसे एक बच्चे को ठंड से बचाने के लिए सभी ज़रूरी इंतज़ाम किए जाते हैं, वैसे ही भगवान के लिए भी ऐसे ही इंतज़ाम किए गए हैं। सभी इंतज़ाम बहुत बढ़िया हैं। भगवान को गर्म पानी से नहलाया जाता है। यहां तक कि पंचामृत भी गर्म किया जाता है।
अलग-अलग दिन अलग कपड़े पहनते हैं भगवान

संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि सोमवार को भगवान राम सफेद कपड़े पहनते हैं। मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम कलर के कपड़े पहनते हैं। इसके अलावा भगवान राम की प्रतिमा को शनिवार को नीला और रविवार को गुलाबी कपड़े पहनाए जाते हैं। ये सभी कपड़े ऊनी हैं। भगवान के लिए पश्मीना शॉल अभी तक नहीं आया है, लेकिन जल्द ही आने की उम्मीद है।
सुबह 4.30 बजे से होती है आरती
पुजारी संतोष कुमार तिवारी ने कहा कि सुबह की आरती 4:30 बजे होती है। उससे पहले पेड़ा, फल और रबड़ी का भोग लगाया जाता है। इसके बाद सुबह 6:30 बजे एक और आरती होती है। इसे श्रृंगार आरती कहते हैं। इसमें रबड़ी, फल और पेड़ा भी चढ़ाया जाता है। भगवान राम को चढ़ाई जाने वाली सभी चीज़ें ट्रस्ट के परिसर में ही तैयार की जाती हैं। बाहर के बाज़ारों से कुछ भी नहीं लाया जाता, जिससे शुद्धता बनी रहती है। सुबह 9:00 बजे एक और भोग लगाया जाता है, जिसमें फल, कभी हलवा, कभी पोहा और कभी पकौड़े होते हैं। इस तरह भगवान के लिए कई तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं।