नई दिल्ली : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत जवाबी एक्शन की तैयारी में है. भारत(India) के मिसाइल परीक्षण, अरब सागर में युद्धाभ्यास और जंगी जहाजों की तैनाती से पाकिस्तान(Pakistan)की नींद उड़ चुकी है. इसी वजह से पाकिस्तान इतना डर गया है कि हवा-हवाई बयानबाजी कर रहा है. पाकिस्तानी फौज पर नेताओं की पकड नहीं है. लेकिन पाकिस्तानी नेता और राजनयिक एक से बढ़कर एक बेतुके बयान दे रहे हैं.
अब पाकिस्तान के रूसी राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली ने भारत को परमाणु हमले की गीदड़भभकी दी है. इससे पहले भी खौफ के साए में जी रहे पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी परमाणु बम की धमकी दे चुके हैं. पाकिस्तान सिर्फ जंग की धमकी दे रहा है. लेकिन हकीकत ये है कि उसके पास चार दिन जंग लड़ने लायक गोला बारूद तक नहीं है. उसने पैसा कमाने के लिए यूक्रेन को हथियार बेचे, जबकि पाकिस्तान की हथियार फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता लचर है।
पाकिस्तान में जब भुखमरी फैल गई थी, आटे की लूट मच रही थी तब पाकिस्तान ने चोरी छुपे हथियार बेचे. हालांकि इस पैसे का 80 फीसदी हिस्सा सेना ने रख लिाय. पाकिस्तान ने 2023 में 42 हजार रॉकेट, 60 हजार हॉवित्जर तोप के गोले और एक लाख 30 हजार 122 एमएम रॉकेट यूक्रेन को चोरी छुपे बेचे थे. पाकिस्तान की सेना के पास लड़ने लायक हथियार नहीं हैं लेकिन वो ये प्रोपैगैंडा कर रही है कि भारत उस पर हमला कर सकता है. पाकिस्तान की सेना इतनी डरी हुई है कि वो लगातार 10वें दिन एलओसी पर जगह-जगह फायरिंग कर रही है. इस डर में कि भारत कहीं से भी, कभी भी जवाबी एक्शन ले सकता है. जाहिर तौर पर पाकिस्तान का डर चरम पर है. इसकी एक बड़ी वजह भारत की सैन्य तैयारी है.
भारत इस बार पाकिस्तान पर निर्णायक प्रहार की तैयारी कर रहा है. अरब सागर में भारत लगातार तैयारी कर रहा है, उसके मिसाइल परीक्षण पाकिस्तान की नींद उड़ाए हुए हैं. अरब सागर में भारत ने एंटी शिप और एंटी मिसाइल परीक्षण किया. वहीं, भारत के जंगी जहाज तैयार हैं और इस सबके बीच बीते दिन फिर भारत ने एक और सख्त फैसला लेते हुए पाकिस्तान से सीधे तौर पर या फिर किसी भी देश के जरिये होने वाले किसी भी तरह के आयात-निर्यात को बैन कर दिया।
पाकिस्तान के जहाजों की भारत के किसी भी पोर्ट पर एंट्री को भी बैन किया गया है और पाकिस्तान के लिए डाक और पार्सल सेवा को पूरी तरह बंद कर दी गई है. पाकिस्तान भारत के जवाबी एक्शन के डर से सहमा है. भारत की सबसे अहम तैयारी समंदर में है. रविवार को वायुसेना प्रमुख एपी सिंह प्रधानमंत्री मोदी से मिले हैं और बीते दिन नेवी प्रमुख ने पीएम से मुलाकात की थी. नेवी का जंगी जहाज आईएनएस सूरत तैनात हो चुका है. अत्याधुनिक हथियारों से लैस ये जहाज पनडुब्बी, जहाज किसी भी टारगेट को तबाह करने में सक्षम है।
आईएनएस सूरत ने बीती 24 अप्रैल को अरब सागर में एक परीक्षण अभ्यास के दौरान मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण अरब सागर में पाकिस्तान नौसेना की ओर से किए गए सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल परीक्षण से पहले किया गया था. एमआर-एसएएम मिसाइल प्रणाली सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और अन्य हवाई टारगेट के खिलाफ बहुत प्रभावी है. इस युद्धपोत का नाम गुजरात के सूरत शहर रखा गया है.
उधर, भारतीय वायुसेना को रूस से एडवांस इग्ला-एस (Igla-S) एयर डिफेंस मिसाइलें मिल चुकी हैं, जिससे देश की एयरफोर्स को मजूबती मिलेगी. इन मिसाइलों को फोरफ्रंट पर तैनात किया जा रहा है ताकि दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन और अटैक हेलिकॉप्टर को मार गिराया जा सके. इन मिसाइलों की सप्लाई 250 करोड़ रुपये की स्पेशल डील के तहत की गई है, जिसे भारतीय सेना ने रूस के साथ किया था.
यह डिफेंस डील तत्काल की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए की गई है ताकि बॉर्डर एरिया में एयरफोर्स की ताकत को ज्यादा मजबूत और एलर्ट किया जा सके. इस तैनाती से पाकिस्तान के साथ लगने वाले पश्चिमी मोर्चे पर देश की मिसाइल पावर को नई ताकत मिलेगी. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही सेना को खुली छूट दी है ताकि वह अपने हिसाब से टाइम और टारगेट तय करके जवाबी कार्रवाई कर सके. इसी के बाद से ही LoC पर तैनात बीएसएफ पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दे रही है. बौखलाया पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है लेकिन उसे वहां भी मुंह की खानी पड़ रही है.