ताइपे: सोमवार रात ताइवान के दक्षिणी हिस्से में 6 से अधिक तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप दक्षिणी ताइवान में महसूस किया गया। अमेरिकी भूगर्भिक सर्वेक्षण विभाग (यूएसजीएस) ने बताया कि भूकंप रात 12:17 बजे महसूस किया गया। इसका केंद्र युजिंग शहर से 12 किलोमीटर उत्तर में था। इस भूकंप के कारण 15 लोग मामूली रूप से घायल हुए। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है।
6.4 के तीव्रता का झटका
ताइवान में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.4 मापी गई। केंद्रीय मौसम विभाग ने इसकी पुष्टि की है। अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, बचाव दल स्थिति का जायजा ले रहे हैं और नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
अभी तक 15 लोग घायल
ताइवान के अग्निशमन विभाग ने बताया कि भूकंप के कारण 15 लोग घायल हुए हैं। सभी को मामूली चोटें आईं और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ताइनान शहर के नानक्सी जिले में एक मकान गिरने से छह लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। इसके अलावा, झूवेई पुल पर भी नुकसान हुआ है।

ताइवान में भूकंप आने के कारण
पिछले साल अप्रैल में ताइवान के हुआलियन शहर में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया था। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई थी और इसके साथ ही 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। बता दें कि ताइवान प्रशांत महासागर के “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है, जहां दुनियाभर में सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं। यह इलाका दो टेक्टोनिक प्लेटों के बीच है, जिससे यहां भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है। 2016 में आए भूकंप में 100 से ज्यादा लोगों की जान गई थी, जबकि 1999 में 7.3 तीव्रता के भूकंप में 2,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
तिब्बत में आए भूकंप से हुई तबाही
बता दें कि अभी हाल ही में 7 जनवरी को तिब्बत में एक भयंकर भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 थी। इस भूकंप ने शिगात्से शहर को पूरी तरह तबाह कर दिया, जो माउंट एवरेस्ट के पास स्थित है और चीन के नियंत्रण में है। भूकंप के कारण तिब्बत में करीब 130 लोगों की जान चली गई। भूकंप का केंद्र माउंट एवरेस्ट से 80 किलोमीटर दूर टिंगरी काउंटी में था, और इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था। यह भूकंप भारतीय समय अनुसार सुबह 9:05 बजे आया। इसके झटके चीन, नेपाल, भूटान, भारत के कुछ हिस्सों और बांग्लादेश में भी महसूस किए गए।