आगरा: जिले में डेढ़ साल पहले एक युवक की हत्या कर उसका शव ड्रम में डालकर जला दिया गया था। पुलिस इस मामले में जांच कर रही थी लेकिन केस इतना उलझा हुआ था और सबूत नहीं मिल पा रहे थे जिसके कारण ये मामला नहीं सुलझ पा रहा था। लेकिन आखिरकार 18 महीने के बाद पुलिस ने युवक की हत्या कर उसका शव जलाने के मामले में उसके ही फूफा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, युवक फोटोग्राफी का काम करता था और एक दिन अपनी फूफेरी बहन का नहाते हुए अश्लील वीडियो बना लिया था और फिर उसे लेकर वह लगातार उसे ब्लैकमेल कर रहा था। इसका पता चलने के बाद युवक का फूफा और लड़की के पिता ने कथित रूप से युवक की पहले गला दबाकर हत्या कर दी और शव को ड्रम में डालकर उसमें आग लगी दी। यह मामला मलपुरा थाना क्षेत्र का है।
ड्रम में मिला था अधजला शव
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अतुल शर्मा ने बताया कि 18 फरवरी 2024 को एक ड्रम से अधजला शव मिला था जिसकी डीएनए के जरिए पहचान 19 वर्षीय युवक के तौर पर हुई थी। उन्होंने बताया कि छानबीन में सामने आया कि युवक को रिश्ते के फूफा ने अपनी दुकान पर बुलाया और अपने एक नाबालिग भतीजे के साथ मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और दोनों मिलकर शव को नीले ड्रम में भरकर लोडर वाहन से सुनसान इलाके में ले गए जहां पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी। आरोपियों ने मृतक के मोबाइल को खारी नदी में फेंक दिया था।

दृश्यम फिल्म की तरह हत्या की गई
डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि नाबालिग आरोपी अब भी फरार है। हत्या की ये वारदात फिल्म दृश्यम की कहानी की तरह ही अंजाम दी गई थी। युवक का अधजला शव मिलने पर भी उसके परिजन शव की शिनाख्त नहीं कर सके। छह महीने तक पुलिस भी केस में उलझी रही। जब केस कोर्ट तक पहुंचा तो कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। डीएनए जांच रिपोर्ट में मृतक की पहचान होने पर पूरा मामला सामने आया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।