देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने से बड़ी तबाही देखने को मिल रही है. करीब 50 से 60 लोग लापता बताए जा रहे हैं. वहीं, 5 लोगों की मौत की भी जानकारी सामने आ रही है. राहत और बचाव कार्यों में जिला प्रशासन, भारतीय सेना, NDRF और SDRF की टीमें में जुटी हुई हैं. इस घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं. जानकारी देते हुए उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि राहत बचाव का कार्य किया जा रहा है. 100 लोगों के फंसे होने की आशंका बताई जा रही है.
मंगलवार को बादल फटने के बाद आए सैलाब में धराली गांव में कई घर बह गए हैं.धराली में दोपहर 1 बजकर 45 मिनट पर भीषण भूस्खलन हुआ. इसके बाद बस्ती में अचानक मलबा और पानी भर गया. जब तक लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही सब कुछ मलबा में ठहर गया. खुशहाल धराली गांव में अब चारों तरफ सिर्फ सन्नाटा है, जहां हादसे से कुछ समय पहले लोग घूम और हंस बोल रहे थे.
राहत बचाव कार्य में जुटी रेस्क्यू टीमें
अब यहां सिर्फ जिला प्रशासन, भारतीय सेना, NDRF और SDRF की टीमें राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई हैं. बताया जा रहा है कि इस हादसे में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है. उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि हर्षिल के पास धराली गांव में बादल फटने की बड़ी घटना हुई है. रेस्क्यू टीमें राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई है. अभी तक 4 लोगों की मौत और 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है.

CM पुष्कर धामी ने क्या कहा?
जिस जगह बादल फटा है, वहां पर काफी होटल और रेस्टोरेंट हैं. उत्तराखंड की चार धाम यात्रा करने आने वाले यात्री यहां रुका करते थे. इसलिए यह खास जगह है. घूमने के लिए आए कुछ पर्यटक भी वहां फंसे हुए हैं. वहीं, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी अपना दौरा स्थगित कर तत्काल देहरादून के लिए रवाना हो गए हैं. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि धराली (उत्तरकाशी) क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान का समाचार अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है. राहत एवं बचाव कार्यों के लिए SDRF, NDRF, जिला प्रशासन तथा अन्य संबंधित टीमें युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं.
आर्मी कैंप के पास की घटना
उन्होंने बताया कि वह इस सम्बन्ध में लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क में हैं और स्थिति की गहन निगरानी की जा रही है. ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं. यह घटना आर्मी के हर्षिल कैंप के पास की है. आर्मी की टीम घटना के बाद के 10 मिनट में ही मौके पर पहुंच गई थी. करीब 150 भारतीय सेना के जवान रेस्क्यू में लगे हुए हैं. एंबुलेंस और डॉक्टर की टीम मौके पर है.