इस्लामाबाद: आतंकवाद को पनाह देने वाले देश पाकिस्तान में सुरक्षा चुनौतियां लगातार गहराती जा रही हैं। भारत द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान थोड़ा संभला ही था कि देश के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुए एक और आत्मघाती हमले ने उसे परेशानी में डाल दिया है। इस बम धमाके में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।
स्थानीय अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा में यह आत्मघाती हमला रविवार रात को पेशावर के चमकनी पुलिस थाने के तहत आने वाले मवेशी बाजार के पास हुआ। हमलावर ने वहां खड़ी पुलिस की मोबाइल वैन को निशाना बनाया। इस हमले में कम से कम दो पुलिसकर्मी मौके पर ही शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य लोग घायल हुए हैं।

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने रविवार को हुए इस आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने पूरी घटना को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री ने बम विस्फोट में शहीद हुए दोनों पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ऐसे कायरतापूर्ण हमलों से पुलिस का मनोबल नहीं गिरेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकवादियों को पनाह देना पाकिस्तान को खुद ही भारी पड़ रहा है। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (PICSS) नामक थिंक टैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। थिंक टैंक के मुताबिक, बीते महीने के मुकाबले पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं में 42 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है, जो देश की बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को दर्शाता है।